सेंगोल की स्थापना पर केवल दक्षिण के कट्टरपंथी ब्राहाणों को बुलाया जाना दुर्भाग्यापूर्ण – स्वामी प्रसाद मौर्य

नई दिल्ली। पीएम मोदी ने संसद का उद्घाटन कर दिया है। बता दें, अधीनम मठ के पुजारियों ने पीएम मोदी को सेंगोल सौंपा, जिसे पीएम मोदी ने लोकसभा में स्थापित किया। इसके बाद पीएम मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन किया। इस दौरान उनके साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी थे। इसी बीच सपा के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करते हुए सरकार पर हमला किया है।

स्वामी प्रसाद मौर्य ने किया ट्वीट

स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करते हुए कहा कि, मोदी सरकार द्वारा सेंगोल राजदंड की स्थापना पूजन में केवल दक्षिण के कट्टरपंथी ब्राह्मण गुरुओं को बुलाया जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा सरकार का यदि पंथनिरपेक्ष संप्रभु-राष्ट्र भारत में विश्वास होता तो देश के सभी धर्म गुरुओं यथा- बौद्ध धर्माचार्य (भिक्षुगण), जैन आचार्य (ऋषि), गुरु ग्रंथी साहब, मुस्लिम धर्मगुरु (मौलाना), ईसाई धर्मगुरु (पादरी) आदि सभी को आमंत्रित किया जाना चाहिए था।

ऐसा न कर भाजपा ने अपनी दूषित मानसिकता और घृणित सोच को दर्शाया है। यद्यपि कि भाजपा सरकार सेंगोल राजदंड की स्थापना कर राजतंत्र के रास्ते पर जा रही है अपितु दक्षिण के ब्राह्मण धर्मगुरुओं को बुलाकर ब्राह्मणवाद को भी स्थापित करने का प्रयास कर रही है।

स्वामी प्रसाद मौर्य का ट्वीट

सर्व -धर्म प्रार्थना की गई आयोजित

बता दें, पीएम मोदी द्वारा नए संसद के उद्घाटन के बाद संसद परिसर में सर्व-धर्म प्रार्थना आयोजित की गई, जिसमें सभी धर्मों के धर्माचार्यों ने उनके आस्था मंत्रों को पढ़ा। इस प्रार्थना सभा में पीएम मोदी और स्पीकर ओम बिड़ला भी शामिल हुए। इसके साथ ही नए संसद भवन के उद्घाटन का पहला चरण पूरा हुआ और प्रधानमंत्री संसद भवन से निकल गए।

21 विपक्षी पार्टियों ने किया बहिष्कार

बता दें, नए संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर आज देश की कुल 25 राजनीतिक पार्टियां इस कार्यक्रम में शामिल हुई। इसके अलावा कांग्रेस समेत 21 पार्टियों ने समारोह का बहिष्कार किया है।

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