हैदराबाद। राज्य में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत कर छात्रों के कल्याण के लिए तेलंगाना सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लिया है। बता दें, राज्य सरकार दशहरे के दिन यानी 24 अक्टूबर को मुख्यमंत्री अल्पाहार योजना के तहत राज्य के सभी सरकारी और उच्च विद्यालयों में कक्षा एक से लेकर दसवीं तक पढ़ने वाले छात्रों को मुफ्त […]
हैदराबाद। राज्य में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत कर छात्रों के कल्याण के लिए तेलंगाना सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लिया है। बता दें, राज्य सरकार दशहरे के दिन यानी 24 अक्टूबर को मुख्यमंत्री अल्पाहार योजना के तहत राज्य के सभी सरकारी और उच्च विद्यालयों में कक्षा एक से लेकर दसवीं तक पढ़ने वाले छात्रों को मुफ्त नाश्ता देगी। सरकार विद्यार्थियों की पढ़ाई के साथ ही अच्छा पोषण देने की योजना लागू करेगी।
इस योजना को लागू करने में लगभग 400 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। ये नाश्ता स्कूल में तैयार किया जाएगा और सुबह की प्रार्थना यानी 9:30 बजे से पहले छात्रों को खाना परोसा जाएगा। छात्रों को खाने में बाजरा के साथ ही रवा खिचड़ी, सांबर, रवा पोंगल और चटनी दिया जाएगा।
इस योजना से 28,807 सरकारी स्कूलों, स्थानीय निकाय, मॉडल स्कूल और मदरसों में पढ़ रहे 23 लाख 5 हजार 801 छात्रों को फायदा मिलेगा। कामकाजी माताओं के बोझ को कम करने के अलावा स्कूल जाने वाले बच्चों की पोषण को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार ने कक्षा एक से दसवीं तक के छात्रों को मुफ्त नाश्ता देने की घोषणा की है। इस योजना से उनके शैक्षणिक प्रदर्शन में बेहतर प्रभाव पड़ेगा।
मुख्यमंत्री केसीआर ने तमिलनाडु का ध्यान इस ओर दिलाया कि इस योजना को केवल प्राथमिक स्कूलों तक ही लागू किया जा रहा है। मुख्यमंत्री केसीआर ने हाई स्कूल के छात्रों को भी बिना कोई खर्च किए नाश्ता उपलब्ध कराने का फैसला किया है। इसके लिए हर साल लगभग 400 करोड़ रपये का अतिरिक्त बोझ पडे़गा।