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Umesh Pal Murder: बारी-बारी से ढेर हुए उमेश के हत्यारे…8 दिनों में दूसरा एनकाउंटर

प्रयागराज: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक राजू पाल की साल 2005 में हुई हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल की कुछ दिन पहले प्रयागराज में उनके घर के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. दरसअल उमेशपाल हत्याकांड में उत्तर प्रदेश पुलिस एक्शन मोड में आ चुकी है. जहां आज सवेरे कौंधियारा थाना […]

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Umesh Pal Murder: बारी-बारी से ढेर हुए उमेश के हत्यारे…8 दिनों में दूसरा एनकाउंटर
  • March 6, 2023 8:33 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

प्रयागराज: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक राजू पाल की साल 2005 में हुई हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल की कुछ दिन पहले प्रयागराज में उनके घर के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.

दरसअल उमेशपाल हत्याकांड में उत्तर प्रदेश पुलिस एक्शन मोड में आ चुकी है. जहां आज सवेरे कौंधियारा थाना क्षेत्र में शूटर उस्मान चौधरी को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है. बता दें, आरोप है कि उस्मान वहीं बदमाश था, जिसने उमेश पर पहली गोली दागी थी. वहीं पुलिस ने इस खतरनाक बदमाश को गिरफ्तार करने के लिए ढाई लाख का इनाम का एलान भी किया था. वहीं इससे पहले उमेशपाल हत्याकांड में शामिल एक अन्य बदमाश को पिछले 27 फरवरी को पुलिस ने मार गिराया था. इसके चलते पहले एनकाउंटर के आठ दिन बाद पुलिस ने अब दूसरे बदमाश को भी मार गिराया है.

खबर के मुताबिक, प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल के डॉ. बद्री विशाल सिंह ने जानकारी में बताया है कि उस्मान को जब अस्पताल लाया गया था तो उसकी जान जा चुकी थी. ECG और अन्य जांच कराकर होने के बाद उसे मृत घोषित किया और उसके शरीर को शव गृह भेजा गया. इस मामले के मुख्य गवाह उमेश पाल की कुछ दिन पहले प्रयागराज में उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.

अतीक अहमद अभी जेल में है कैद

राजू पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी माफिया से नेता बना अतीक अहमद है, जो अब गुजरात की एक जेल में बंद है. वहीं उमेश पाल की पत्नी जया पाल की शिकायत के बाद अतीक, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, सहयोगी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम तथा नौ अन्य के खिलाफ थाने में मामला दर्ज हुआ है.

हत्याकांड मामले में मुख्य गवाह

उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने आरोप लगाते हुए बताया कि उनके पति उमेश पाल राजू पाल हत्याकांड में मुख्य गवाह थे. साल 2006 में अतीक और उसके गुर्गों ने उनका अपहरण कर लिया था. सिर्फ इतना ही नहीं उन्हें अपने पक्ष में अदालत में बयान देने के लिए मजबूर किया था. उमेश ने इस बारे में शिकायत दर्ज कराई थी. वहीं 24 फरवरी को इसी मामले में सुनवाई हुई. इस सुनवाई को लेकर उमेश पाल, उनका भतीजा और दो सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद और राघवेंद्र सिंह कोर्ट पहुंचे थे. जया पाल ने आरोप लगाया था कि जब वे घर लौट रहे थे तो उमेश पाल और उनके सुरक्षाकर्मी की अतीक के गुर्गों ने बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया था.

 

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