लखनऊ। अतीक अहमद के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जांच तेज करेगा। इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय की प्रयागराज यूनिट ने 2 वर्ष पहले अतीक अहमद के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया था। नवंबर 2021 में ईडी, लखनऊ कार्यालय के संयुक्त निदेशक राजेश्वर सिंह के निर्देश पर अतीक का प्रयागराज में फूलपुर स्थित […]
लखनऊ। अतीक अहमद के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जांच तेज करेगा। इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय की प्रयागराज यूनिट ने 2 वर्ष पहले अतीक अहमद के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया था। नवंबर 2021 में ईडी, लखनऊ कार्यालय के संयुक्त निदेशक राजेश्वर सिंह के निर्देश पर अतीक का प्रयागराज में फूलपुर स्थित जमीन को कब्जे में लिया था, अतीक ने यह संपत्ति अपनी पत्नी शाइस्ता के नाम पर 4.50 करोड़ रुपए में खरीदी थी। इसके अलावा ईडी अतीक अहमद की आठ करोड़ से ज्यादा की संपत्ति को भी जब्त कर चुका है।
दो साल पहले संयुक्त निदेशक राजेश्वर सिंह के नेतृत्व में शाइस्ता के खाते की 1.28 करोड़ और कई अन्य परिजनों के बैंक खातों में जमा रकम को भी ईडी ने जब्त कर लिया था। इस कार्रवाई के बाद राजेश्वर सिंह ने अचानक वीआरएस ले लिया था। इसके बाद दो स्पेशल डायरेक्टर को यूपी की जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन इन्हें अतीक का आर्थिक साम्राज्य को खत्म करने में कामयाबी नहीं मिली। शुरुआत में प्रवर्तन निदेशालय की प्रयागराज यूनिट के अधिकारियों ने अतीक के करीबियों को बुलाकर पूछताछ की थी, लेकिन बाद में इस जांच को रोक दिया गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उमेश पाल की हत्या के बाद ईडी ने अतीक के खिलाफ केस दर्ज कर जल्द कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। ईडी के अधिकारी अतीक की प्रयागराज, कौशांबी और लखनऊ स्थित करीब 60 करोड़ रुपए की संपत्तियों की फाइलों की जांच कर रहे हैं, जिसके बाद सबूतों को इकट्ठा कर जल्द कार्रवाई की जाएगी।
इससे अलावा उमेश पाल हत्याकांड को लेकर अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन पर पुलिस ने 25 हजार का इनाम भी घोषित किया है। फिलहाल हत्या के बाद से ही शाइस्ता परवीन फरार चल रही है। शाइस्ता परवीन के कई ठिकानों पर दबिश डालने के बाद भी पुलिस को अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।