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अरविंद केजरीवाल ने उद्धव ठाकरे से की मुलाकात, कहा – लोकतंत्र बचाने के लिए साथ आना जरूरी

मुंबई। दिल्ली में अफसरों के ट्रांसफर-पोस्टिंग का अधिकार एलजी को दिए जाने के केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ बवाल मचा हुआ है। इस बीच दिल्ली के सीएम अध्यादेश के विरोध में लगातार विपक्षी नेताओं का समर्थन पाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। इसी सिलसिले में आज दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने महाराष्ट्र के […]

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अरविंद केजरीवाल ने उद्धव ठाकरे से की मुलाकात, कहा – लोकतंत्र बचाने के लिए साथ आना जरूरी
  • May 24, 2023 2:39 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

मुंबई। दिल्ली में अफसरों के ट्रांसफर-पोस्टिंग का अधिकार एलजी को दिए जाने के केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ बवाल मचा हुआ है। इस बीच दिल्ली के सीएम अध्यादेश के विरोध में लगातार विपक्षी नेताओं का समर्थन पाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। इसी सिलसिले में आज दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से उनके घर मातोश्री में मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के अलावा संजय सिंह, राघव चड्ढा और आतिशी भी मौजूद थे।

उद्धव ठाकरे ने क्या कहा ?

इस मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे का बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने देश के लोकतंत्र को बचाने की बात की है। उन्होंने कहा कि, देश में जो पार्टी प्रजातंत्र हटाना चाहती हैं, उन्हें लोकतंत्र विरोधी बोलना जरूरी है। हम दोनों नेता यहां पर देश और प्रजातंत्र को बचाने के लिए एक साथ आए हैं। इससे पहले संजय राउत ने केजरीवाल के मुंबई दौरे को लेकर कहा था कि,  दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश को लेकर उद्धव ठाकरे से मुलाकात की है। केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी ये अध्यादेश लाई है। ऐसे में अगर ये अध्यादेश राज्यसभा में आता है। तो हम इसका विरोध करेंगे।

ममता बनर्जी से की थी मुलाकात

बता दें, इससे पहले मंगलवार को केजरीवाल ने सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। इस दौरान ममता बनर्जी ने विपक्षी पार्टियों से अपील की। उन्होंने कहा कि, सभी को इस अध्यादेश का विरोध करना चाहिए। ममता ने कहा कि देश को सिर्फ सुप्रीम कोर्ट से ही बचाया जा सकता है। इस समय केंद्र सरकार न्यायपालिका सहित सभी एजेंसियों को नियंत्रित करना चाहती है। मेरी अपील है कि सभी विपक्षी दल से अध्यादेश का विरोध करें, मेरी पार्टी ने अध्यादेश का विरोध करने का फैसला किया है।

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