Breaking News Ticker

Twitter के संस्थापक जैक डोर्सी ने भारत सरकार पर लगाए गंभीर आरोप, सरकार ने दिया जवाब

नई दिल्ली। ट्विटर (Twitter) के सह-संस्थापक और पूर्व सीईओ जैक डोर्सी ने भारत सरकार पर गंभीर आरोप लगाए है। एक मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने भारत सरकार पर किसान आंदोलन के दौरान सरकार की आलोचना करने वाले ट्विटर खातों को बैन करने का दबाव डालने का आरोप लगाया है।

डॉर्क जर्सी ने क्या कहा

इंटरव्यू में जैक डोर्सी से सवाल किया गया कि क्या विदेशी सरकारों से उन्हें किसी तरह का दबाव का सामना करना पड़ा था जिसके चलते ट्विटर (Twitter) के बोर्ड मेंबर पद से आपने इस्तीफा दे दिया था। तो उन्होंने जवाब दिया कि भारत उन देशों में से एक है, जब उनके पास किसान आंदोलन के दौरान कई अनुरोध आए थे, इस दौरान यह धमकी भी दी गई कि अगर सरकार की आलोचना करने वाले ट्विटर (Twitter) खातों को बैन नहीं किया गया तो वे भारत में ट्विटर को बंद कर देंगे।

इसके अलावा भारत सरकार ने हमारे कर्मचारियों के घरों पर छापा मारने और नियमों का पालन नहीं करने पर कार्यालय बंद करने की धमकी भी दी थी। डार्सी ने आगे कहां कि तुर्की ने भी भारत की तरह ही व्यवहार किया था। उन्होंने कहा कि तुर्की सरकार ने भी ट्विटर (Twitter) को बंद करने की धमकी दी थी। डॉर्सी के बयान के बाद भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने ट्वीट किया कि, लोकतंत्र की जननी- अनफिल्टर्ड।

भारत सरकार ने दिया जवाब

भारत सरकार ने जैक डोर्सी के इन सभी दावों को खारिज किया है। भारत के इलेक्ट्रॉनिक और तकनीक राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्विटर (Twitter) पर जारी एक बयान में कहा है कि, ये ट्विटर के इतिहास के एक संदिग्ध दौर को साफ करने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि जैक डोर्सी के नेतृत्व में ट्विटर और उनकी टीम लगातार भारतीय नियमों का उल्लंघन कर रही थी। असली बात ये है कि साल 2020 से लेकर 2022 के बीच ट्विटर ने लगातार भारत के कानूनों का पालन नही किया था। इसके बाद जून 2022 में ट्विटर नियमों का पालन करने लग गया।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, ट्विटर ने 2020 से 2022 तक ऐसा व्यवहार किया जैसे भारत के कानून उस पर लागू ही नहीं होते हैं। भारत एक सार्वभौमिक राष्ट्र है और उसे अधिकार है कि ये सुनिश्चित करे कि भारत में काम कर रही सभी कंपनियां भारतीय कानूनों का पालन करें।

किसान आंदोलन को लेकर क्या कहा ?

वहीं किसान आंदोलन के समय का हवाला देते हुए राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि, जनवरी 2021 के प्रदर्शनों के दौरान, बहुत सी भ्रामक जानकारियां थी और यहां तक की नरसंहार तक की रिपोर्ट आ रही थी जो बिल्कुल फर्जी थी। भारत सरकार प्लेटफार्म से ऐसी जानकारियां हटवाने के लिए बाध्य थी क्योंकि ऐसी फर्जी खबरें हालात को और गंभीर बना सकती थी।

Vikas Rana

Recent Posts

ममता बनर्जी आतंकवादियों को पाल रही, इस नेता का फुटा गुस्सा, 140 करोड़ लोगों की खतरे में हैं जान

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने डॉ. बीआर अंबेडकर के कथित अपमान को लेकर…

2 minutes ago

बांग्लादेश बोला हसीना को भेजो, भारत ने उठाया ऐसा कदम पड़ोसी मुल्क में हाहाकार

भारत और बांग्लादेश में तनातनी बढ़ती जा रही है. बांग्लादेश ने राजनयिक चिट्ठी भेजकर भारत…

4 minutes ago

लड़के से बात करती थी बेटी तो भड़के बाप ने 3 बार किया बलात्कार, तमाशा देखती मां ने कराया चुप

पीड़ित लड़की ने पुलिस के सामने बयान दिया कि सबसे पहले जुलाई में पिता ने…

10 minutes ago

CBCI द्वारा आयोजित क्रिसमस समारोह में PM ने की शिरकत, जानें क्या कुछ कहा..

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में आयोजित क्रिसमस समारोह में पहुंचे। यह उन्होंने जर्मनी के क्रिसमस…

12 minutes ago

पाकिस्तानी लड़की ने तो हिला दिया, ऐसी बोली इंग्लिश देखकर लोग हुए हैरान, देखें वीडियो

एक युवा पाकिस्तानी लड़की ने अपनी अनूठी भाषा क्षमताओं के कारण सोशल मीडिया पर दुनिया…

25 minutes ago

कार्ड बांटकर फिर से दिल्ली जीतने की कोशिश में केजरीवाल! बीजेपी-कांग्रेस बोली- सब चुनावी झांसा

दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी के लिए महिला सम्मान योजना गेम चेंजर साबित हो…

27 minutes ago