लखनऊ। आज इंदिरा सरकार में लगाई गई इमरजेंसी को 48 साल पूरे हो गए हैं। ये दिन भारतीय इतिहास में काले दिनों की तरह देखा जाता है जब 19 महीनों के लिए भारत पूरी तरह से बंद हो गया था। इस दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का बयान आया है। उन्होंने आपातकाल के […]
लखनऊ। आज इंदिरा सरकार में लगाई गई इमरजेंसी को 48 साल पूरे हो गए हैं। ये दिन भारतीय इतिहास में काले दिनों की तरह देखा जाता है जब 19 महीनों के लिए भारत पूरी तरह से बंद हो गया था। इस दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का बयान आया है। उन्होंने आपातकाल के जरिए भाजपा पर निशाना साधा है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि, 25 जून 1975 की काली यादें आज भी सिहरन पैदा कर देती है। आपातकाल में नागरिक अधिकार छीन लिए गए थे। वहीं आज के हालात इमरजेंसी से भी ज्यादा खराब है। आज सच बोलने पर कार्रवाई होती है। सरकार से सवाल पूछने पर कार्रवाई की जाती है। भाजपा सरकार में कोई न्याय की उम्मीद नहीं कर सकता है। लोगों के संवैधानिक और लोकतांत्रिक अधिकारों को छीना जा रहा है। संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है। इसके अलावा प्रेस की आजादी भी खतरे में है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि 25 जून 1975 की काली यादें 48 वर्ष बीत जाने के बाद आज भी फिर सिहरन पैदा करती नज़र आ रही है। आपातकाल में जहां नागरिक अधिकार छीने गए, वहीं 19 महीनों की यंत्रणा में देशवासी भयाक्रांत रहे थे।…
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) June 25, 2023
अखिलेश यादव ने कहा कि, स्वतंत्रता आंदोलन की विरासत को बचाने और संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए समाजवादी शुरू से ही प्रतिबद्ध रहे हैं। आपातकाल के दौरन भी जिन लोगों ने लोकतंत्र को बचाने के लिए संघर्ष किया था,समाजवादी सरकार मे उन लोकतंत्र सेनानियों को 15 हजार रुपए की सम्मान राशि, चिकित्सा, परिवहन की सुविधा के अलावा राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की भी व्यवस्था की गई थी। अखिलेश यादव ने कहा कि बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर ने जो संविधान दिया है, वही हमारे लिए समान आचार संहिता है। भाजपा के लोग नफरत फैलाते हैं।