भोपाल। मध्य प्रदेश वासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. राज्य का टाइगर स्टेट का दर्जा अभी भी बरकरार है. रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में पिछले एक साल में बाघों की संख्या में 250 से अधिक की बढ़ोत्तरी हुई है. राज्य में टाइगर की संख्या में आए इस उछाल के बाद इसका टाइगर स्टेट होने […]
भोपाल। मध्य प्रदेश वासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. राज्य का टाइगर स्टेट का दर्जा अभी भी बरकरार है. रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में पिछले एक साल में बाघों की संख्या में 250 से अधिक की बढ़ोत्तरी हुई है. राज्य में टाइगर की संख्या में आए इस उछाल के बाद इसका टाइगर स्टेट होने का दर्जा बरकरार है.
भारत में सबसे ज्यादा टाइगर मध्य प्रदेश में है. ऐसे में राज्य का टाइगर स्टेट होने का दर्जा अभी भी बरकरार है. 29 जुलाई को विश्व बाघ दिवस मनाया जाता है. बीते साल 2022 में बेंगलुरु में पीएम मोदी ने बाघों की गणना की संख्या को जारी किया था. इस रिपोर्ट में देशभर में कुल 3167 बाघ बताए गए थे.
बता दें कि पिछले साल राज्यवार बाघों की संख्या को नहीं बताया गया था. लेकिन आज उत्तराखंड के नैनीताल में स्थित जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में बाघों की संख्या को जारी किया गया. इसमें मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट होने का गौरव प्राप्त हुआ.
मध्य प्रदेश में कुल बाघों की संख्या 785 है. इससे पहले राज्य में जब गिनती हुई थी, तो बाघों की संख्या 526 थी. ऐसे में राज्य में 259 बाघ बढ़े हैं. राज्य में बाघों की संख्या में आए इतने उछाल के बाद इसका टाइगर स्टेट होने का दर्जा बरकरार रहा. मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा टाइगर कान्हा नेशनल पार्क और बांधवगढ़ में पाए गए हैं.