नई दिल्ली। नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर विवाद जारी है। विपक्षी दलों की मांग की है कि संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं बल्कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों हो। इस बीच कांग्रेस, डीएमके, AAP और टीएमसी समेत 19 विपक्षी पार्टियों ने संयुक्त बयान जारी कर संसद भवन के उद्घाटन समारोह […]
नई दिल्ली। नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर विवाद जारी है। विपक्षी दलों की मांग की है कि संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं बल्कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों हो। इस बीच कांग्रेस, डीएमके, AAP और टीएमसी समेत 19 विपक्षी पार्टियों ने संयुक्त बयान जारी कर संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया है। वहीं कुछ दल है जो इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले हैं। आइए जानिए कौन है ये दल –
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी यानी टीडीपी ने समर्थन का ऐलान करते हुए इस कार्यक्रम में शामिल होने का निर्णय लिया है। टीडीपी सांसद विजय से रेड्डी ने इसकी घोषणा की है। इसके अलावा मायावाती की बहुजन समाज पार्टी, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी, नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल, एआईडीएमके और अकाली दल के भी इस कार्यक्रम में शामिल होने की खबर है।
इससे पहले संसद के उद्धाटन समारोह को लेकर आप नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि, संसद भवन के उद्धाटन समारोह में महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू जी को आमंत्रित न करना उनका घोर अपमान है। यह भारत के दलित आदिवासी और वंचित समाज का अपमान है। पीएम मोदी की ओर से महामहिम राष्ट्रपति को आमंत्रित नही करने के विरोध में आम आदमी पार्टी उद्धाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करेगी।