नई दिल्ली: पीएम मोदी ने मुंबई में महायुति सरकार बनाने का जनता से आह्वान किया. उन्होंने इस दौरान मुख्यमंत्री के बारे में कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया. उन्होंने सीएम एकनाथ शिंदे की तारीफ की मगर ये नहीं बताया कि क्या शिंदे ही अगले मुख्यमंत्री होंगे. मोदी का ये कदम राजनीतिक अटकलों को जन्म दे सकता […]
नई दिल्ली: पीएम मोदी ने मुंबई में महायुति सरकार बनाने का जनता से आह्वान किया. उन्होंने इस दौरान मुख्यमंत्री के बारे में कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया. उन्होंने सीएम एकनाथ शिंदे की तारीफ की मगर ये नहीं बताया कि क्या शिंदे ही अगले मुख्यमंत्री होंगे. मोदी का ये कदम राजनीतिक अटकलों को जन्म दे सकता है, क्योंकि इससे पहले देवेंद्र फडणवीस को लेकर भी ऐसा ही बयान दिया गया था.
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बाद महायुति और महाविकास अघाड़ी दोनों में मुख्यमंत्री पद के लिए तीन-तीन दावेदार हैं. महायुति में एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के नाम चर्चा में हैं. वहीं महाविकास अघाड़ी में उद्धव ठाकरे, नाना पटोले और सुप्रिया सुले का नाम सामने आ रहा है.
महायुति में बीजेपी सबसे अधिक 149 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. वहीं शिंदे की शिवसेना 81 सीटों पर और अजित पवार की एनसीपी 59 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. बीजेपी के पास अकेले बहुमत से ज्यादा सीटें हैं, जिससे बीजेपी को प्रमुख भूमिका में है. तो ऐसे में ये सवाल उठ रहा है कि मुख्यमंत्री पद के लिए कौन सा नाम तय होगा.
महाविकास अघाड़ी में उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने की राह में कांग्रेस आड़े आ रही है. नाना पटोले ने 2019 में कांग्रेस की कम सीटों को देखते हुए उद्धव के मुख्यमंत्री बनने का विरोध किया था. हालांकि, उस वक्त शरद पवार उद्धव के समर्थन में खड़े हुए थे, परंतु इस बार शरद पवार ने संकेत दिया है कि वह अपनी पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवारी पर विचार कर सकते हैं.
सीएम पद को लेकर देवेन्द्र फड़णवीस और अजित पवार दोनों ने ही चुप्पी साध रखी है. हालांकि इस पद को लेकर दोनों के अंदर ही असमंजस की स्थिति है. हाल ही में फडणवीस ने एक बयान में कहा था कि उन्हें महज डिप्टी सीएम बनाकर संतुष्ट नहीं किया जा सकता है. उन्होंने पार्टी नेतृत्व से उम्मीद जताई है कि अब उन्हें एक नया मौका दिया जाना चाहिए.
महिलाओं की भूमिका
महाविकास अघाड़ी में महिलाओं को मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवारी पर विचार किया जा रहा है. शरद पवार ने कहा कि महिला मुख्यमंत्री बनने से उन्हें कोई दिक्कत नहीं है बता दें सुप्रिया सुले का नाम चर्चा में है.
पार्टी प्रमुखों के इरादे
महाविकास अघाड़ी और महायुति दोनों ही राजनीति में पार्टी प्रमुखों के दबाव और उनके इरादों के मुताबिक मुख्यमंत्री का नाम तय करेंगे. कांग्रेस ने उद्धव ठाकरे की मुख्यमंत्री बनने की इच्छाओं को दबाने में अहम भूमिका निभाई है और अब सबकी नजरें 23 नवंबर के चुनाव परिणाम पर टिकी है.
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