भुवनेश्वर, Coromandel Train Accident। ओडिशा (Odisha Train Accident) के बालासोर में बहनागा बाजार स्टेशन के पास कल शाम बड़ा ट्रेन हादसा हो गया। बता दें, शुक्रवार की शाम को तीन ट्रेनों में टक्कर हुई है। हादसे के बाद की जो तस्वीरें आई वह काफी ज्यादा डराने वाली थी। अभी तक इस हादसे के कारण जहां […]
भुवनेश्वर, Coromandel Train Accident। ओडिशा (Odisha Train Accident) के बालासोर में बहनागा बाजार स्टेशन के पास कल शाम बड़ा ट्रेन हादसा हो गया। बता दें, शुक्रवार की शाम को तीन ट्रेनों में टक्कर हुई है। हादसे के बाद की जो तस्वीरें आई वह काफी ज्यादा डराने वाली थी। अभी तक इस हादसे के कारण जहां 235 लोगों की मौत हो चुकी हैं। वहीं 900 लोग घटना में घायल हुए हैं। ओडिशा (Odisha Train Accident) के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने इसकी जानकारी दी है। आइए इस बीच हम आपको बताते है पिछले 10 सालों में देश में हुए बड़े रेल हादसों के बारे में जिसने पूरे देश को विचलित कर दिया था।
बिहार में साल 1981 में एक दर्दनाक ट्रेन हादसा हुआ था। जिसमें 900 लोगों के साथ जा रही ट्रेन पटरी से उतरकर एक नदी में गिर गई थी। इस हादसे में 500 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।
साल 1995 में पुरुषोत्तम एक्सप्रेस यूपी के फिरोजाबाद में एक स्टेशन पर खड़ी कालिंदी एक्सप्रेस से टकरा गई थी। कालिंदी एक्सप्रेस उस समय सिर्फ खड़ी हुई थी, लेकिन रफ्तार में आई पुरुषोत्तम एक्सप्रेस ने उसमें टक्कर मार दी जिसमें 358 लोगों की मौत हो गई थी।
साल 1999 को असम के गैसल में दो ट्रेन एक दूसरे से टकरा गई थी। टक्कर के कारण एक बड़ा धमाका भी हो गया था। टक्कर इतनी तेज थी कि मौके पर ही 290 लोगों की मौत हो गई थी, और बड़ी संख्या में कई लोग घायल हुए थे।
पंजाब के खन्ना में साल 1998 में एक बड़ा रेल हादसा हुआ था। Frontier Golden Temple Mail के 6 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। उसके कुछ सेकेंड बाद ही Jammu Tawi- Sealdah Express तेज रफ्तार में आई और उन गिरे हुई बोगियों से जा टकराई। इस भयंकर हादसे में 212 लोगों की मौत हो गई थी।
देश की सबसे तेज ट्रेन माने जाने वाली हावड़ा टू नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस बड़ी दुर्घटना का शिकार हुई थी। साल 2002 में इस ट्रेन की कई बोगियां रफीगंज में पटरी से उतर गई थीं। हादसे में 140 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।
साल 2010 में पश्चिम बंगाल में एक बड़ी रेल दुर्घटना हुई थी। हावड़ा कुर्ला लोकमान्य तिलक ज्ञानेश्वरी सुपर डीलक्स ट्रेन की कई बोगियां पटरी से उतर गई थी। आरोप ये था कि पटरी पर तोड़फोड़ की गई थी, दावा किया गया था कि माओवादियों ने ट्रैक पर धमाका किया था। बाद में पटरी से उतरी ट्रेन की टक्कर एक मालगाड़ी से भी हो गई थी। हादसे में 170 यात्रियों की जान गई थी।
इंदौर – पटना एक्सप्रेस साल 2016 में कानपुर के पुखरायां में पटरी से उतर गई थी। उस हादसे में 150 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी और उतने ही यात्री गंभीर रूप से घायल भी हो गए थे।
साल 2005 में हैदराबाद में एक बाढ़ ने रेल ब्रिज को ध्वस्त कर दिया था और उसी ब्रिज से डेल्टा फास्ट पैंसेंजर ट्रेन गुजर गई। वो ट्रेन सीधे पानी में जा गिरी और 114 लोगों की जान चली गई। हादसे में 200 के करीब घायल भी हुए।
मुजफ्फरनगर में खतौली के पास साल 2017 कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। बता दें ये ट्रेन पुरी से हरिद्वार जा रही थी। इसी दौरान गाड़ी के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। इस हादसे में 23 यात्रियों की मौत गई थी। वहीं 156 लोग घायल हुए थे।
साल 2018 में दशहरा के दिन अमृतसर के जोड़ा फाटक पर रेल की पटरियों पर सैंकड़ों लोग खड़े थे। इसी दौरान पठानकोट से आ रही डीएमयू ट्रेन ने ट्रैक पर खड़े लोगों को कुचल दिया था। अचानक हुए इस हादसे में 61 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। इसके अलावा 72 लोग घायल भी हुए थे।