नई दिल्ली: राजस्थान में थप्पड़ कांड के बाद हुई हिंसा में नया मोड़ सामने आया है. सरकार से मिले स्थानीय लोगों ने कहा कि पुलिस के साथ हुई हिंसा से गांव के लोगों का कोई लेना-देना नहीं है. नरेश मीना बाहर से लड़के लेकर आया था. जिन्होंने पुलिस पर हमला कर गांव में अशांति फैला […]
नई दिल्ली: राजस्थान में थप्पड़ कांड के बाद हुई हिंसा में नया मोड़ सामने आया है. सरकार से मिले स्थानीय लोगों ने कहा कि पुलिस के साथ हुई हिंसा से गांव के लोगों का कोई लेना-देना नहीं है. नरेश मीना बाहर से लड़के लेकर आया था. जिन्होंने पुलिस पर हमला कर गांव में अशांति फैला दी.
गृह मंत्री से मुलाकात
राजस्थान सरकार के मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के गांव समरावता के लोग पुलिस की ज्यादती के खिलाफ गृह मंत्री जवाहर सिंह बेढम से मिले. बैठक के बाद गांव के सभी लोगों ने जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हिंसा करने वाले बाहरी लोगों को पकड़ा जाना चाहिए. इसके साथ ही गांव के 10 निर्दोष लड़कों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उन्हें रिहा किया जाये. जो लड़के पुलिस के डर से गांव छोड़कर भाग गये हैं, उन्हें गांव में आने की इजाजत दी जाये.
डॉ. किरोड़ी लाल मीना का कहना है कि पूरे मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए. साथ ही निर्दोष लोगों को रिहा किया जाना चाहिए. हम सरकार से मांग करते हैं कि जिन लोगों के घर में तोड़फोड़ की गयी है या फिर जिनकी गाड़ियां जल गई हैं. पुलिस द्वारा की गई हिंसा के चलते इन सभी को आर्थिक सहायता दी जाए.इसकी गहन जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ सके. राजस्थान सरकार के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने भी अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
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