औरत शब्द हिंदी भाषा का नहीं है। यह शब्द फारसी लिपी की अरबी भाषा से आया है। औरत शब्द का फारसी में मतलब होता है महिला का प्राइवेट पार्ट। यानी किसी भी महिला के प्राइवेट पार्ट को अरबी में औरत कहते हैं। इस नजरिए से देखा जाए तो अरबी में महिला की पहचान सिर्फ और सिर्फ उसकी योनि से होती है। जबकि भारतीय संस्कृति में ऐसा कोई शब्द नहीं है।
नई दिल्लीः भारत में जब भी किसी महिला को संबोधित करना होता है तो कई तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है। इन्हीं में से एक है ‘औरत’ शब्द। जब भी किसी पुरुष और महिला के बीच का अंतर बताना होता है तो किसी भी महिला के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द औरत ही होता है, लेकिन क्या आप औरत शब्द का मतलब जानते हैं? अंग्रेजी में तो आप जानते ही होंगे कि औरत का मतलब महिला होता है, लेकिन इसका एक और मतलब भी होता है जिसे जानकर आप कभी इस शब्द का इस्तेमाल नहीं करेंगे। तो चलिए जानते हैं कि आखिर कहां से आया है औरत शब्द और क्या है इसका मूल अर्थ।
औरत शब्द हिंदी भाषा का नहीं है। यह शब्द फारसी लिपी की अरबी भाषा से आया है। भारत में महिलाओं के लिए हमेशा स्त्री शब्द का प्रयोग किया गया है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि जब भारत ने व्यापार के लिए अन्य देशों से हाथ मिलाया तब हमारे बीच न सिर्फ सामान का लेन-देन हुआ बल्कि हमने उनकी भाषा और संस्कृति को भी अपनाना शुरू कर दिया। यही कारण रहा कि कई शब्दों ने हिंदी भाषा में जगह बना ली। इन्हीं में से एक है औरत शब्द।
औरत शब्द का फारसी में मतलब होता है महिला का प्राइवेट पार्ट। यानी किसी भी महिला के प्राइवेट पार्ट को अरबी में औरत कहते हैं। इस नजरिए से देखा जाए तो अरबी में महिला की पहचान सिर्फ और सिर्फ उसकी योनि से होती है। जबकि भारतीय संस्कृति में ऐसा कोई शब्द नहीं है। हिंदी भाषा में महिला को स्त्री कहा जाता है जिसका अर्थ है संपूर्ण। यानी हिंदी भाषा में स्त्री कहकर उसे संपूर्ण बताया जाता है और उसकी गरिमा को बनाए रखा जाता है।
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