नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के बाद पूरे देश में UCC यानी सामान नागरिक संहिता पर सियासत जारी है. एक ओर कई विपक्षी नेता UCC के विरोध में बयान दे रहे हैं तो दूसरी ओर आम आदमी पार्टी ने सामान नागरिक संहिता पर अपना समर्थन दे दिया है. लेकिन सीएम अरविंद केजरीवाल के […]
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के बाद पूरे देश में UCC यानी सामान नागरिक संहिता पर सियासत जारी है. एक ओर कई विपक्षी नेता UCC के विरोध में बयान दे रहे हैं तो दूसरी ओर आम आदमी पार्टी ने सामान नागरिक संहिता पर अपना समर्थन दे दिया है. लेकिन सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी ने यह भी साफ़ कर दिया है कि UCC लाने से पहले सरकार को सभी धर्म संप्रदायों से चर्चा कर आम सहमति बनानी चाहिए.
आप नेता संदीप पाठक ने बताया कि सैद्धांतिक रूप से हम (आम आदमी पार्टी) UCC का समर्थन करते हैं क्योंकि संविधान का अनुच्छेद 44 भी इसका समर्थन करता है. UCC पर अनुच्छेद 44 कहता है कि देश में सामान नागरिक संहिता लागू होनी चाहिए लेकिन इस मुद्दे के सभी धर्मों से जुड़े होने के कारण स्टेक होल्डर्स से पहले आम सहमति बनानी चाहिए.
बता दें कि, देश भर में सामान नागरिक संहिता को लेकर बहस तेज हो गई है, जहां मंगलवार (27 जून) को भोपाल में भारतीय जनता पार्टी के मेरा बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समान नागरिक संहिता को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि वोट बैंक के भूखे लोग हैं जो तीन तलाक की वकालत करते हैं. भारत के मुसलमान भाई-बहनों को ये समझना होगा कि कौन से राजनीतिक दल हैं जो उन्हें भड़काकर उनका फायदा उठाना चाहते हैं. प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि कुछ लोग यूनिफॉर्म सिविल कोड के नाम पर मुस्लिम भाई-बहनों को भड़का रहे हैं क्या एक ही परिवार में दो तरह के नियम चलते हैं?
यूनिफॉर्म सिविल कोड के बारे में पीएम मोदी ने आगे कहा कि लोगों को गलत अफवाह फैलाते हैं कि एक ही परिवार में हर एक के लिए अलग-अलग व्यवस्था होगी। वह आगे सवाल करते हैं कि क्या इस तरह परिवार चल पाएगा? उन्होंने आगे कहा कि एक ओर सुप्रीम कोर्ट डंडा चला रही है कि यूनिफॉर्म सिविल कोड लेकर आओ लेकिन ये वोट बैंक के भूखे लोग नहीं चाहते हैं. वह आगे कहते हैं कि बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए देशहित ही सर्वोपरि है जिनके लिए दल से बड़ा देश है.
PM Modi on UCC: क्या एक ही घर में दो कानून होते हैं… यूनिफॉर्म सिविल कोड पर प्रधानमंत्री मोदी