चेन्नई। तमिलनाडु बीजेपी के प्रदेश सचिव एस.जी. सूर्या को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बता दें कि कल उन्हें मदुरै के सांसद सु वेंकटेशन पर किए उनके हालिया ट्वीट के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। #UPDATE | Madurai: Tamil Nadu BJP state secretary SG Surya remanded to judicial custody […]
चेन्नई। तमिलनाडु बीजेपी के प्रदेश सचिव एस.जी. सूर्या को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बता दें कि कल उन्हें मदुरै के सांसद सु वेंकटेशन पर किए उनके हालिया ट्वीट के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।
#UPDATE | Madurai: Tamil Nadu BJP state secretary SG Surya remanded to judicial custody for 15 days. https://t.co/zXuwX1TcBU
— ANI (@ANI) June 17, 2023
बता दे, मदुरै में मल के पानी में काम के दौरान पेंनाडम परिषद के एक सफाई कर्मचारी की मौत हो गई थी। इसी घटना का जिक्र करते हुए सूर्या ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पार्षद विश्वनाथन पर निशाना साधा था। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि, मृतक सफाई कर्मचारी को हाथ से मैला ढोने के लिए मजबूर किया गया, ये जानते हुए भी कि ये कानून द्वारा निषिद्ध है। इसी ट्वीट में सूर्या ने मदुरै के सांसद वेंकटेशन की चुप्पी पर हमला बोला और कहा कि आपकी अलगाववाद की नकली राजनीति से उस नाले से भी बदतर बदबू आ रही है, एक इंसान के रूप में जीने का रास्ता खोजिए दोस्त
सूर्या की गिरफ्तारी को लेकर सियासत तेज हो गई है। पुलिस की इस कार्रवाई पर राज्य भाजपा भड़क गई है। तमिलनाडु बीजेपी के अध्यक्ष के अन्नामलाई ने सूर्या की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए सीएम एमके स्टालिन पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सीएम स्टालिन राज्य में जंगल राज ला रहे हैं।
के अन्नामलाई ने सूर्या के गिरफ्तारी के बाद ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि भाजपा के प्रदेश सचिव एसजी सूर्या की गिरफ्तारी बेहद निंदनीय है। सूर्या की एकमात्र गलती यहा है कि उन्होंने डीएमके के सहयोगियों के घृणित दोहरे मानदंडों को उजागर किया है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष आगे लिखते हैं कि इन गिरफ्तारियों से हम रूकने वाले नहीं हैं। हम डीएमके सरकार के काले कारनामों की सच्चाई को उजागर करते रहेंगे।
तमिलनाडु बीजेपी के अध्यक्ष के अन्नामलाई ने अपने ट्वीट में आगे कहा कि डीएमके सरकार विचारों के साथ आलोचना का मुकबला करने में असमर्थ है, इसीलिए वो असंतुष्टों की गिरफ्तारियां करवाकर उनकी आवाज दबाने का प्रयास कर रही है। राज्य सरकार के फैसलों की आलोचना करने वालों का गिरफ्तार करना एक अलोकतांत्रिक प्रवृत्ति है। स्टालिन सरकार को याद रखना चाहिए कि असहमत आवाजों को दबाने की कोशिश ज्यादा लंबे दिनों तक नहीं चलेगी। इस तरह के दमन से भाजपा के कार्यकर्तओं को कमजोर नहीं किया जा सकता है। हमारी आवाज हमेशा लोगों के लिए पूरी निर्भीकता के साथ गूंजती रहेगी।