ट्रांसफर लो या घर जाओ..,गैर-हिंदुओं को लेकर एक्शन में तिरुपति मंदिर बोर्ड, राजनीतिक भाषण पर भी लगाई रोक

दुनिया का सबसे अमीर हिंदू मंदिर के बोर्ड में लगभग 7,000 कर्मचारी काम करते हैं। इसमें से लगभग 300 लोग प्रभावित होंगे। ट्रस्ट के अध्यक्ष बीआर नायडू ने कहा कि मंदिर का काम सिर्फ हिन्दुओं को ही देखना चाहिए।

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ट्रांसफर लो या घर जाओ..,गैर-हिंदुओं को लेकर एक्शन में तिरुपति मंदिर बोर्ड, राजनीतिक भाषण पर भी लगाई रोक

Pooja Thakur

  • November 19, 2024 2:16 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 hours ago

नई दिल्ली। तिरुपति मंदिर ट्रस्ट ने एक बैठक की है, जिसके बाद उन्होंने बड़ा फैसला लिया है। बोर्ड ने गैर-हिंदुओं का तबादला करने का आदेश दे दिया है। सोमवार को बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें फैसला लिया गया कि बोर्ड में काम करने वाले गैर हिन्दू खुद ही रिटायरमेंट ले ले या फिर अन्य सरकारी विभागों में ट्रांसफर कर दिया जाएगा।

दर्शन का समय होगा कम

दुनिया का सबसे अमीर हिंदू मंदिर के बोर्ड में लगभग 7,000 कर्मचारी काम करते हैं। इसमें से लगभग 300 लोग प्रभावित होंगे। ट्रस्ट के अध्यक्ष बीआर नायडू ने कहा कि मंदिर का काम सिर्फ हिन्दुओं को ही देखना चाहिए। इसके अलावा भगवान वेंकटेश्वर मंदिर में दर्शन के समय को दो-तीन घंटे कर किया जा सकता है। इसके लिए एक पैनल का गठन किया जाएगा। प्रसाद बनाने के लिए बेहतर गुणवत्ता वाले घी की खरीद की जाएगी।

राजनीतिक बयानबाजी पर रोक

बता दें कि टीटीडी बोर्ड आंध्र प्रदेश के श्री वेंकटेश्वर मंदिर का प्रबंधन करता है। बोर्ड ने मंदिर में दर्शन कोटा को ख़त्म करने का फैसला लिया हिअ। साथ ही साथ मंदिर के अंदर राजनीतिक बयानबाजी पर भी रोक लगा दी गई है। निजी बैंकों से जमाराशियों को निकालकर सरकारी बैंक में रखने का फैसला लिया गया है। हाल ही में मंदिर में चढ़ने वाले लड्डू को लेकर बहुत बड़ा विवाद हुआ था। टीडीपी ने एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें कहा गया था कि प्रसाद के अंदर पशुओं की चर्बी मिलाई गई है।

 

 

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