Manipur Violence, Inkhabar। 42 दिनों की ग्रीष्मकालीन छुट्टियों के बाद सुप्रीम कोर्ट सोमवार को खुलने जा रहा है। ऐसे में उम्मीद है कि शीर्ष अदालत मणिपुर हिंसा पर सुनवाई कर सकती है। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली पीठ मणिपुर हिंसा को लेकर दायर की गई याचिकाओं पर सुनवाई कर सकती है, जिसमें कुकी आदिवासियों […]
Manipur Violence, Inkhabar। 42 दिनों की ग्रीष्मकालीन छुट्टियों के बाद सुप्रीम कोर्ट सोमवार को खुलने जा रहा है। ऐसे में उम्मीद है कि शीर्ष अदालत मणिपुर हिंसा पर सुनवाई कर सकती है। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली पीठ मणिपुर हिंसा को लेकर दायर की गई याचिकाओं पर सुनवाई कर सकती है, जिसमें कुकी आदिवासियों को सुरक्षा देने वाली याचिका भी शामिल है।
बता दें, मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। रविवार को ही बिष्णुपुर जिले में अज्ञात बंदूकधारियों के साथ हुई गोलीबारी में कम से कम तीन ग्राम स्वयंसेवक के मारे जाने की खबर है। वहीं मणिपुर में मेइती और कुकी समुदायों के बीच चल रहे जातीय हिंसा में अबतक 100 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।
इससे पहले मणिपुर में जारी हिंसा के पीछे किसी अंतरराष्ट्रीय संगठन की भूमिका होने की बात मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने कही थी। उन्होंने कहा कि हमारा राज्य म्यांमार का पड़ोसी है, इसके अलावा पास में चीन भी है। हमारी करीब 398 किलोमीटर की सीमाएं बिना किसी सुरक्षा के है। भारतीय सुरक्षा बल की वहां मौजूदगी तो है लेकिन इतने बड़े क्षेत्र की सुरक्षा नहीं की जा सकती है।