लखनऊ: वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर स्थित सील वजूखाने को छोड़कर शेष कई जगहों का वैज्ञाानिक सर्वे आज सोमवार (24 जुलाई) सुबह 7 बजे से शुरू होगा। इसी के चलते एएसआई की 30 सदस्यीय टीम दिल्ली, आगरा और पटना से कल रविवार रात बनारस पहुंच गई है। हिंदू पक्ष ने जहां सर्वे में सहयोग की बात […]
लखनऊ: वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर स्थित सील वजूखाने को छोड़कर शेष कई जगहों का वैज्ञाानिक सर्वे आज सोमवार (24 जुलाई) सुबह 7 बजे से शुरू होगा। इसी के चलते एएसआई की 30 सदस्यीय टीम दिल्ली, आगरा और पटना से कल रविवार रात बनारस पहुंच गई है। हिंदू पक्ष ने जहां सर्वे में सहयोग की बात कही है। वहीं दूसरी तरफ, अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी ने जिला जज के निर्देश के खिलाफ आज सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई का हवाला देकर सर्वे की तिथि को आगे बढ़ाने की मांग रखी है। इतना ही नहीं ये भी कहा कि सोमवार को सर्वे में शामिल नहीं होंगे और उसका बहिष्कार करेंगे। वहीं ज्ञानवापी परिसर के सर्वे को लेकर जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया है।
जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की कोर्ट ने 21 जुलाई को निर्देश दिया था कि ज्ञानवापी परिसर स्थित सील वजूखाने को छोड़कर शेष अन्य जगहों का एएसआई वैज्ञानिक जांच करे। इसके अलावा रिपोर्ट बनाकर 4 अगस्त तक दे और बताए कि क्या मंदिर तोड़कर उसके ऊपर मस्जिद बनाई गई है।
दरअसल इस मामले में कल रविवार को ASI के एडिशनल डिप्टी डायरेक्टर प्रो. आलोक त्रिपाठी ने पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन और जिलाधिकारी एस राजलिंगम से मुलाकात करके सर्वे से संबंधित दोनों पक्षकारों की बैठक बुलाने का अनुरोध किया। ASI के कहने पर पुलिस आयुक्त और डीएम ने कल रविवार देर रात अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी और हिंदू पक्ष के साथ अलग-अलग बैठक की।
इस सर्वे के चलते ज्ञानवापी परिसर में ASI की 30 सदस्यीय टीम के साथ हिंदू पक्ष की 4 वादिनी महिला और उनके 4 अधिवक्ता मौजूद रहेंगे। मसाजिद कमेटी से भी 4 लोगों और उनके 4 अधिवक्ताओं को रहने के लिए कहा गया है। साथ ही जिला शासकीय अधिवक्ता, केंद्र सरकार के अधिवक्ता, राज्य सरकार के अधिवक्ता, एडीएम सिटी और एक अपर पुलिस आयुक्त मौजूद रहेंगे।