मुंबई/नई दिल्ली: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने शरद पवार वाली एनसीपी को पछाड़ दिया. अजित की पार्टी को जहां चुनाव में 41 सीटें मिलीं. वहीं, शरद पवार की पार्टी सिर्फ 10 सीटों पर सिमट गई. इस बीच चुनाव परिणाम के बाद अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार […]
मुंबई/नई दिल्ली: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने शरद पवार वाली एनसीपी को पछाड़ दिया. अजित की पार्टी को जहां चुनाव में 41 सीटें मिलीं. वहीं, शरद पवार की पार्टी सिर्फ 10 सीटों पर सिमट गई. इस बीच चुनाव परिणाम के बाद अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार पर विफर पड़े हैं.
एनसीपी (अ.गु.) के मुखिया अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार से तल्ख सवाल पूछे हैं. अजित ने कहा है कि जब मैंने लोकसभा वाली अपनी गलती मान ली तो फिर विधानसभा चुनाव में मेरे खिलाफ परिवार के किसी सदस्य को खड़ा करने की क्या जरूरत थी. अजित ने कहा कि युगेंद्र बिजनेसमैन है. उसका राजनीति से दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं है. लेकिन फिर भी उसे मेरे खिलाफ खड़ा कर दिया गया.
वहीं, शरद पवार ने अजित पवार के बयान पर जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि युगेंद्र को चुनाव लड़ना सही फैसला था. मालूम हो कि शरद पवार वाली एनसीपी ने बारामती विधानसभा सीट पर अजित पवार के खिलाफ उनके बड़े भाई श्रीनिवास पवार के बेटे युगेंद्र को उतारा था. इस चुनाव में अजित ने युगेंद्र को एक लाख से ज्यादा वोटों से मात दी. चुनावी जीत के बाद अजित ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए युगेंद्र को लेकर बात की.
बता दें कि अजित पवार लगातार 8वीं बार बारामती से विधायक बने हैं. वे इस सीट से साल 1991 से विधायक हैं. उनसे पहले उनके चाचा शरद पवार लगातार 6 बार बारामती से विधायक चुने गए हैं. गौरतलब है कि साल 1967 से बारामती विधानसभा सीट पर पवार परिवार का कब्जा है. बारमती लोकसभा सीट पर भी पवार परिवार का ही कोई सदस्य पिछले कई दशकों से जीतता आ रहा है. फिलहाल शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले बारामती लोकसभा सीट से सांसद हैं. वह साल 2009 से यहां से सांसद हैं.