भुवनेश्वर। ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में मरने वालों की आधिकारिक संख्या 261 हो चुकी है, जबकि 650 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। दक्षिण पूर्व रेलवे ने इसकी जानकारी दी है। ट्रेन हादसे में घायल यात्रियों को गोपालपुर, खंटापारा, बालासोर, भद्रक और सोरो के अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती कराया गया […]
भुवनेश्वर। ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में मरने वालों की आधिकारिक संख्या 261 हो चुकी है, जबकि 650 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। दक्षिण पूर्व रेलवे ने इसकी जानकारी दी है। ट्रेन हादसे में घायल यात्रियों को गोपालपुर, खंटापारा, बालासोर, भद्रक और सोरो के अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गंभीर रूप से घायलों का उपचार कोलकाता में कराने की पेशकश की है। ममता बनर्जी ने कहा कि गंभीर रूप से घायलों का इलाज कराने के लिए हमारे अस्पताल पूरी तरह से तैयार है। लोगों की जान बचाने के लिए जो कदम उठाने होंगे उसके लिए भी हमारी सरकार रेलवे के अलावा राज्य सरकार की पूरी मदद करेगी।
ममता बनर्जी ने कहा कि, यह अब तक का सबसे बड़ा रेल हादसा है। ऐसा ही हादसा 1981 में भी हुआ था। इस ट्रेन में एंटी कोलिशन डिवाइस नहीं था, अगर वह होता तो यह हादसा नहीं होता। हमारे राज्य के जिन लोगों की इस हादसे में मृत्यु हो गई उनके परिजनों को हम 5-5 लाख रुपए देंगे। हम राहत और बचाव कार्य में राज्य सरकार और रेलवे का पूरा सहयोग करेंगे।
#WATCH | "Railway provides Rs 10 Lakhs as compensation. We will provide Rs 5 Lakhs each to the people of our state and cooperate and work with the Railways and Odisha Government until the work is complete," says West Bengal CM and former Railways Minister Mamata Banerjee after… pic.twitter.com/p9mzx3pzM1
— ANI (@ANI) June 3, 2023
ममता बनर्जी ने कहा कि हादसा होने के बाद हमने 120 एंबुलेंस घटनास्थल पर उपलब्ध कराई है। इसके अलावा 40 डॉक्टरों की टीम घटनास्थल पर पहुंची हुई हैं। अगर राज्य सरकार और रेलवे को हमारी तरफ से किसी भी तरह की मदद चाहिए होगी। हम पूरा सहयोग करेंगे।
हादसे का जायजा लेने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जिनके परिवार के सदस्यों की इस हादसे में मृत्यु हो गई, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। उन्हें सरकार हर संभव मदद करेगी। रेलवे ने कल ही मुआवजे का ऐलान कर दिया था, जांच कमेटी का भी गठन किया गया है। रेलवे, NDRF, SDRF की टीम बचाव कार्य में जुटी हुई। फिलहाल हमारा ध्यान बचाव कार्य पर है। राहत और बचाव कार्य खत्म होने के बाद ही बहाली का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले से ही बहाली के लिए मशीनें तैनात हैं।