रामपुर. उत्तर प्रदेश की तीन सीटों पर इस समय मतदान हो रहा है. इसी कड़ी में रामपुर में भी मतदान हो रहा है. दरअसल, यहाँ आजम खान की विधानसभा सदस्यता जाने के बाद मतदान हो रहा है. ऐसे में दोपहर तीन बजे तक यहाँ 26.32 फीसदी मतदान हुआ है. यहाँ सपा की ओर से आसिम […]
रामपुर. उत्तर प्रदेश की तीन सीटों पर इस समय मतदान हो रहा है. इसी कड़ी में रामपुर में भी मतदान हो रहा है. दरअसल, यहाँ आजम खान की विधानसभा सदस्यता जाने के बाद मतदान हो रहा है. ऐसे में दोपहर तीन बजे तक यहाँ 26.32 फीसदी मतदान हुआ है. यहाँ सपा की ओर से आसिम राजा को मैदान में उतारा गया है तो वहीं भाजपा की ओर से आकाश सक्सेना को मैदान में उतारा गया है.
चुनाव से पहले ही यहाँ आजम के करीबी उनका साथ छोड़ रहे थे. आज़म खान रामपुर की सियासत में नवाब परिवार और आजम खान के रिश्ते तो जगजाहिर हैं, रामपुर में नवाब खानदान की सियासत के लिए कभी आजम खान ग्रहण बने थे तो आज नवाब परिवार ही उनके लिए एक संकट बन गया है, बता दें पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां और गन्ना विकास परिषद के पूर्व अध्यक्ष बाबर अली खान ने रामपुर उपचुनाव में भाजपा का साथ देने का ऐलान कर दिया है.
नवाब काजिम अली और बाबर अली खान कांग्रेस पार्टी में शामिल हैं, लेकिन आजम खान से राजनीतिक अदावत के चलते रामपुर सीट पर भाजपा का साथ दे रहे हैं. इन दोनों ही नेताओं ने हाल ही में हुए उपचुनाव के दौरान भाजपा का साथ दिया था. रामपुर लोकसभा उपचुनाव में भाजपा ने जीत हासिल की थी, अब फिर से दोनों ही नेताओं ने भाजपा का साथ देने का ऐलान कर सपा में खलबली मचा दी है. इस संबंध में सपा के रामपुर जिला अध्यक्ष वीरेंद्र गोयल ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखा है.
रामपुर में आजम खान के करीबी बताए जाने वाले फसाहत शानू ने बीते दिन भाजपा का दामन थाम लिया. एक जमाने में आजम खान के मीडिया प्रभारी रहने वाले फसाहत शानू की रामपुर में बहुत ही मजबूत उपस्थिति मानी जाती थी, इसके साथ ही कहा जा रहा था कि इस बार सपा उन्हें रामपुर उपचुनाव में अपना उम्मीदवार भी बना सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और शानू ने भाजपा का दामन थाम लिया, जिसके बाद समाजवादी पार्टी को तगड़ा झटका लगा है.
गुजरात चुनाव: पीएम मोदी ने किया मतदान, साबरमती के बूथ नंबर 177 पर डाला वोट