रामपुर. रामपुर उपचुनाव में सपा और भाजपा के बीच सीधी लड़ाई है, यहां सपा और भाजपा के उम्मीदवारों समेत कुल 10 प्रत्याशी मैदान में अपनी किस्मत आज़मा रहे हैं. रामपुर में मतदान खत्म हो गया है. यहाँ 31.22% वोटिंग हुई है. भाजपा के साथ हैं आज़म विरोधी चुनाव से पहले ही यहाँ आजम के करीबी […]
रामपुर. रामपुर उपचुनाव में सपा और भाजपा के बीच सीधी लड़ाई है, यहां सपा और भाजपा के उम्मीदवारों समेत कुल 10 प्रत्याशी मैदान में अपनी किस्मत आज़मा रहे हैं. रामपुर में मतदान खत्म हो गया है. यहाँ 31.22% वोटिंग हुई है.
चुनाव से पहले ही यहाँ आजम के करीबी उनका साथ छोड़ रहे थे. आज़म खान रामपुर की सियासत में नवाब परिवार और आजम खान के रिश्ते तो जगजाहिर हैं, रामपुर में नवाब खानदान की सियासत के लिए कभी आजम खान ग्रहण बने थे तो आज नवाब परिवार ही उनके लिए एक संकट बन गया है, बता दें पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां और गन्ना विकास परिषद के पूर्व अध्यक्ष बाबर अली खान ने रामपुर उपचुनाव में भाजपा का साथ देने का ऐलान कर दिया है.
नवाब काजिम अली और बाबर अली खान कांग्रेस पार्टी में शामिल हैं, लेकिन आजम खान से राजनीतिक अदावत के चलते रामपुर सीट पर भाजपा का साथ दे रहे हैं. इन दोनों ही नेताओं ने हाल ही में हुए उपचुनाव के दौरान भाजपा का साथ दिया था. रामपुर लोकसभा उपचुनाव में भाजपा ने जीत हासिल की थी, अब फिर से दोनों ही नेताओं ने भाजपा का साथ देने का ऐलान कर सपा में खलबली मचा दी है. इस संबंध में सपा के रामपुर जिला अध्यक्ष वीरेंद्र गोयल ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखा है.
रामपुर में आजम खान के करीबी बताए जाने वाले फसाहत शानू ने बीते दिन भाजपा का दामन थाम लिया. एक जमाने में आजम खान के मीडिया प्रभारी रहने वाले फसाहत शानू की रामपुर में बहुत ही मजबूत उपस्थिति मानी जाती थी, इसके साथ ही कहा जा रहा था कि इस बार सपा उन्हें रामपुर उपचुनाव में अपना उम्मीदवार भी बना सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और शानू ने भाजपा का दामन थाम लिया, जिसके बाद समाजवादी पार्टी को तगड़ा झटका लगा है.
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