नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण की गिरफ्तारी को लेकर आंदोलन में बैठे पहलवानों ने जंतर-मंतर से नई संसद तक मार्च करने का फैसला लिया था। वहीं महिला महापंचायत ने भी नए संसद भवन के सामने शांतिपूर्वक तरीके से आंदोलन का ऐलान किया था। इस बीच जैसे ही पहलवान जंतर -मंतर से संसद […]
नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण की गिरफ्तारी को लेकर आंदोलन में बैठे पहलवानों ने जंतर-मंतर से नई संसद तक मार्च करने का फैसला लिया था। वहीं महिला महापंचायत ने भी नए संसद भवन के सामने शांतिपूर्वक तरीके से आंदोलन का ऐलान किया था। इस बीच जैसे ही पहलवान जंतर -मंतर से संसद की ओर निकले पुलिस ने प्रदर्शनकारियों समेत महिला आंदोलनकारियों को हिरासत में ले लिया। वहीं पुलिस जंतर-मंतर में बने पहलवानों के तंबू को भी हटा दिया है।
महापंचायत के लिए राकेश टिकैत अपने समर्थकों के साथ दिल्ली के जंतर-मंतर आने वाले थे इसी दौरान उन्हें यूपी गेट पर ही रोक लिया गया। पहलवानों के समर्थन में दिल्ली जाने से पुलिस द्वारा रोकने के बाद राकेश टिकैत ने इसे वैचारिक लड़ाई बताया है। उन्होंने कहा कि हम जंतर-मंतर जाने वाले थे, वहां से संसद जाते, लेकिन पुलिस ने हमें यहीं रोक दिया। अब हम पुलिस के कहने पर यहां चार बजे तक बैठे हैं उसके बाद हम देखेंगे क्या करना है।
इसी दौरान मार्च का नेतृत्व कर रहे पहलवान बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। वहीं इसके अलावा कई महिला आंदोलनकारियों को भी बस में बिठाकर ले जाया जा रहा है।
बता दें, पहलवानों और प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेने के बाद अब दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर से पहलवानों के तंबू भी उखाड़ना शुरू कर दिए हैं।
इसके अलावा पहलवानों के कूच को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने पूरे नई दिल्ली इलाके में केवल पब्लिक ट्रांसपोर्ट, सिविल सर्विसेज का एग्जाम देने वाले उम्मीदवारस लेबल लगी गाड़ियां और इमरजेंसी गाड़ियों के अलावा नई दिल्ली में रहने वाले लोगों को ही आने दिया जाएगा। सुबह से शुरू की गई ये सख्ती दोपहर 3 हजे तक लागू रहेगी।