शिमला। हिमाचल प्रदेश में 48 घंटे से बारिश जारी है। बारिश के कारण राज्य के सभी नदियों ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। वहीं कुल्लू, मंडी और कांगड़ा में ब्यास नदी ने जमकर कहर बरपाया है। बता दें, बीते 24 घंटे में बारिश से 9 लोगों की मौत हो चुकी हैं। अकेले शिमला में ही 6 मौत हुई हैं।
इसके अलावा प्रदेश के तीन जिलों मंडी, कुल्लू और लाहौल स्पीति में कुल पांच पुलों को ब्यास और चंद्रभागा नदी बहा कर ले गई है। लैंडस्लाइड के कारण 736 सड़कें भी बंद हो चुकी है। भारी बारिश को देखते हुए राज्य के सभी शिक्षण संस्थानों को 10 और 11 जुलाई के लिए बंद कर दिया गया है।
शिमला में लैंडस्लाइड की चपेट में आने से 6 लोगों की मौत हुई है। शिमला के कुमारसैन की पंचायत पनेवली गांव में पहाड़ी से हुए भारी भूस्खलन के मलबे में एक मकान दब गया। घटना के वक्त घर के एक कमरे में सोए माता-पिता और उनके 11 साल के बेटे के अलावा एक बुजुर्ग दंपत्ति की मौत हो गई। इसके अलावा ठियोग में धमांदरी के बागड़ा गांव में भी मां-बेटे की मौत हुई है।
इस बीच बारिश के कारण हुई तबाही को लेकर हिमाचल सरकार में मंत्री जगत सिंह नेगी का बयान आया है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह हिमाचल में बारिश हुई है उससे बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। बरसात ने सड़क और पानी सिंचाई की योजनाओं को काफी ज्यादा प्रभावित किया है। इसके साथ ही किसानों के खेतों के साथ-साथ लोगों के घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। NDRF, SDRF, स्थानीय पुलिस और प्रशासन लोगों को बचाने के लिए बेहतरीन काम कर रहा है। तीन दिनों में 9 लोगों की जान गई है। वहीं लगभग 250 घर क्षतिग्रस्त हो गए है।
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