भुवनेश्वर। ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम को हुए ट्रेन हादसे के बाद अभी तक 288 लोगों की मौत हो गई हैं। जबकि एक हजार से अधिक लोग घायल है। फिलहाल बचाव और राहत कार्य के बाद रेलवे ने शनिवार रात में ही पटरियों से ज्यादातर मलबा हटा दिया है और ट्रैक को शुरू करने की कोशिश जारी है। फिलहाल ट्रैक को क्लियर करने के लिए 1000 से अधिक कर्मचारी लगातार काम पर जुटे हुए हैं। इसी बीच पहली बार रेलवे बोर्ड ने प्रेस वार्ता करते हुए सारी घटना की जानकारी दी है।
बालासोर दुर्घटना पर रेलवे बोर्ड ने कहा कि दुर्घटना के समय सभी सिग्नल ग्रीन थे। रेलगाड़ियां अपनी तय स्पीड पर चल रही थीं। कोरोमंडल 128 की स्पीड तथा हावड़ा एक्सप्रेस 126 की स्पीड से चल रही थी, यानि कोई ओवरस्पीड नहीं थी। दुर्घटना केवल कोरोमंडल एक्सप्रेस की हुई है और वो क्षतिग्रस्त हुई है। ये एलएचबी ट्रेन है जो बहुत ही सेफ ट्रेन है। लेकिन यहां मामला कुछ और था। यहां ट्रेन मालगाड़ी से टकरा गई जिसकी वजह से बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है। यशवंतपुर एक्सप्रेस लगभग निकल ही गई थी कि उसके आखिरी दो डिब्बे भी इस ट्रेन की चपेट में आ गए, जिसकी वजह से कुछ लोग घायल हुए और कुछ की मौत हुई।
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