नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा की सदस्यता जाने पर पहली बार विदेश में बयान दिया है। बता दें, राहुल गांधी ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में कहा कि, उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि मैं पहला व्यक्ति बनूंगा जिसे मानहानि के मामले में सबसे बड़ी सजा मिलेगी और लोकसभा की […]
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा की सदस्यता जाने पर पहली बार विदेश में बयान दिया है। बता दें, राहुल गांधी ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में कहा कि, उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि मैं पहला व्यक्ति बनूंगा जिसे मानहानि के मामले में सबसे बड़ी सजा मिलेगी और लोकसभा की सदस्यता गंवानी पड़ेगी। राहुल ने आगे कहा कि, लेकिन ऐसा नहीं है कि संसद की सदस्यता जाने से मुझे सिर्फ नुकसान ही हुआ है। बल्कि राजनीतिक तौर पर इससे मुझे फायदा भी हुआ है।
इसी दौरान भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, भारत में इस समय समूचा विपक्ष संघर्ष कर रहा है। संस्थाओं पर कब्जा है। लोकतांत्रिक लड़ाई लड़ने के लिए हम संघर्ष कर रहे हैं। इसलिए कुछ महीनों पहले हमने पूरे भारत में यात्रा करने की सोची।
राहुल गांधी ने कहा कि, साल 2000 में जब उन्होंने राजनीति में आना चुना था, तो नहीं सोचा था कि इस स्थिति से गुजरेंगे। उन्होंने कहा कि जिस समय मैंने राजनीति में आने के बारे में सोचा था और अब जो मेरे साथ चल रहा है। वह एक दूसरे से बिल्कुल अलग है। संसद सदस्यता के जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि, उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी कि ऐसा होना संभव है।
इससे पहले राहुल ने कल पीएम मोदी पर तंज कसा कसते हुए कहा था कि, देश में कुछ ऐसे लोग हैं जिन्हें लगता है वो सब कुछ जानते हैं। भगवान से भी ज्यादा जानते हैं। वो भगवान के साथ बैठ सकते हैं और उन्हें भी समझा सकते हैं। मुझे लगता है कि हमारे देश के प्रधानमंत्री उनमें से एक हैं। मोदी जी को अगर भगवान के साथ बैठा दें तो वो भगवान को समझाना शुरू कर देंगे कि ब्रह्मांड कैसे काम करता है।