चंडीगढ़: पंजाब में किसानों का तीन दिन का रेल रोको आंदोलन जारी है. इस बीच राज्य में कई जगहों पर रेल की पटरियों पर किसानों के बैठने से 90 से ज्यादा ट्रेनें प्रभावित हुईं हैं. रेलवे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्वीटर) पर पोस्ट कर दी है. बता दें कि हालिया बाढ़ से हुए […]
चंडीगढ़: पंजाब में किसानों का तीन दिन का रेल रोको आंदोलन जारी है. इस बीच राज्य में कई जगहों पर रेल की पटरियों पर किसानों के बैठने से 90 से ज्यादा ट्रेनें प्रभावित हुईं हैं. रेलवे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्वीटर) पर पोस्ट कर दी है. बता दें कि हालिया बाढ़ से हुए नुकसान के लिए वित्तीय पैकेज, व्यापक कर्ज माफी और MSP की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
इससे पहले गुरुवार को किसान आंदोलन की वजह से फिरोजपुर मंडल की 91 ट्रेनें प्रभाविक हुईं थी. इसमें 51 ट्रेनों को रद्द कर दिया और 24 ट्रेनों को गंतव्य स्थान से पहले ही समाप्त कर दिया गया. वहीं, 11 ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया था. रेलवे ने ट्वीट कर किन-किन रूटों पर कौन-कौन सी ट्रेन कैंसिल हुईं थी, इसकी जानकारी दी थी.
बता दें कि किसानों ने कहा है कि वे केंद्र सरकार के खिलाफ शनिवार यानी 30 सितंबर तक अपना आंदलोन चलाने वाले हैं. गुरुवार को किसानों ने होशियारपुर, जालंधर, गुरदासपुर, तरन तारन, फिरोजपुर, संगरूर, बठिंडा, पटियाला और अमृतसर समेत राज्य के 17 जगहों से इस आंदोलन की शुरूआत की थी. भारतीय किसान यूनियन (एकता आजाद), आजाद किसान समिति दोआबा, किसान मजदूर संघर्ष समिति, भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी), भारतीय किसान यूनियन (बेहरामके) और भारतीय किसान यूनियन (शहीद भगत सिंह) समेत कई किसान संगठन इस विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं.
प्रदर्शन कर रहे किसान बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई की मांग कर रहे हैं. उनकी प्रमुख मांगों में वित्तीय पैकेज, कर्ज माफी और सभी फसलों पर एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी शामिल हैं. किसान नेता गुरबचन सिंह ने कहा कि किसानों और मजदूरों का पूरा कर्ज सरकार को माफ करना चाहिए. इसके साथ ही कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान जिन किसानों की मौत हुई थी, उनके परिजनों को 10 लाख रुपये और परिवार में किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए.