जंतर-मंतर पहुंची पीटी उषा, पहलवानों से धरना खत्म करने की अपील

नई दिल्ली। पिछले 11 दिनों से पहलवान दिल्ली के जंतर – मंतर में WFI के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शन कर रहे है। इस बीच भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा दिल्ली के जंतर-मंतर पहुंची और धरना दे रहे पहलवानों से मुलाकात की। बता दें, पीटी उषा ने पहलवानों से धरना […]

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जंतर-मंतर पहुंची पीटी उषा, पहलवानों से धरना खत्म करने की अपील

Vikas Rana

  • May 3, 2023 1:20 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली। पिछले 11 दिनों से पहलवान दिल्ली के जंतर – मंतर में WFI के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शन कर रहे है। इस बीच भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा दिल्ली के जंतर-मंतर पहुंची और धरना दे रहे पहलवानों से मुलाकात की। बता दें, पीटी उषा ने पहलवानों से धरना खत्म करने की अपील की है। उन्होंने करीब एक घंटे तक पहलवानों से मुलाकात की। इस दौरान पीटी उषा ने मामले को लेकर पहलवानों को हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है।

वहीं इससे पहले विनेश फोगाट ने केंद्रीय मंत्री Anurag Thakur पर गंभीर आरोप लगाए है। बता दें, रेसलर विनेश फोगाट ने Anurag Thakur पर इस सारे मामले को दबाने के आरोप लगाए है। इससे पहले भी पहलवानों ने कहा था कि Anurag Thakur इसलिए बृजभूषण सिंह के खिलाफ कुछ नहीं बोल रहे हैं क्योंकि उन्हें अपने करियर खत्म होने का डर सता रहा है।

Anurag Thakur पर लगाए गंभीर आरोप

विनेश फोगाट ने Anurag Thakur पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, हमने पहले भी खेल मंत्री के साथ बातचीत करने के बाद अपने प्रदर्शन को खत्म कर दिया था। इस दौरान भी हमने Anurag Thakur को हमारे साथ हो रहे यौन उत्पीड़न के बारे में बताया था। लेकिन उन्होंने कमेटी गठित कर मामले को दबाने की कोशिश करते हुए कोई कार्रवाई नहीं की थी।

फोगाट ने कहा कि पहली बार आंदोलन करने से पहले हमने खेल मंत्रालय के एक अधिकारी से भी बात की थी। हमने उन्हें सबकुछ बताया था कि कैसे महिला खिलाड़ियों का यौन उत्पीड़न किया जा रहा है और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। लेकिन इसके बाद भी किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई, जिसके बाद हम लोगों को धरने पर बैठना पड़ा।

साक्षी मलिक ने क्या कहा ?

वहीं मामले को लेकर साक्षी मलिक ने कहा कि, यौन उत्पीड़न जैसी घटनाएं हमारे साथ लगातार हो रही थी। लेकिन हम लंबे समय तक चुप रहे। हम लोग रेसलिंग करके अपना करियर बचाना चाहते थे। तब हम आवाज उठाने की हिम्मत नहीं कर सके, लेकिन आज हम उस स्तर पर पहुंच गए है कि अपने साथी खिलाड़ियों के लिए आवाज उठा सके।

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