नई दिल्ली: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक बार फिर से डिजिटल अरेस्ट का मामला सामने आया है. यहां पर प्रिंसिपल पति-पत्नी को 24 घंटे के लिए डिजिटल तरीके से अरेस्ट किया गया थी. आरोपी रात को सोते वक्त भी पति-पत्नी पर नजर रखता था. हालांकि पीड़ित ने अपनी होशियारी से खुद को बचा लिया. […]
नई दिल्ली: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक बार फिर से डिजिटल अरेस्ट का मामला सामने आया है. यहां पर प्रिंसिपल पति-पत्नी को 24 घंटे के लिए डिजिटल तरीके से अरेस्ट किया गया थी. आरोपी रात को सोते वक्त भी पति-पत्नी पर नजर रखता था. हालांकि पीड़ित ने अपनी होशियारी से खुद को बचा लिया. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच में लगी हुई है.
जानकारी के मुताबिक, प्रिंसिपल पति-पत्नी को 24 घंटे के लिए डिजिटल तरीके से गिरफ्तार किया गया. ठगों ने फोन कर कहा कि पार्सल कस्टम में फंस गया है। ठगों ने बताया कि पार्सल के अंदर बाघ की खाल, नाखून और 18 पासपोर्ट हैं.
जब पीड़ित दंपति ने कहा कि वह शिकायत करेगा कि यह पार्सल मेरा नहीं है तो ठगों ने कहा कि हम आपका फोन साइबर पुलिस को ट्रांसफर कर देंगे। फिर जालसाज आपकी बात फर्जी दिल्ली साइबर पुलिस से कराते हैं, जिसमें कहा जाता है कि आपका आधार कार्ड चेक किया जाएगा.
बता दें कि इस दौरान फर्जी दिल्ली साइबर पुलिस पीड़ित से स्काइप डाउनलोड कराती है। जालसाज स्काइप पर कॉल करते हैं और फिर जोड़े को जांच पूरी होने तक उनकी निगरानी में रहने का निर्देश देते हैं। इस बीच आपके आधार कार्ड से कई बैंक खाते खुल गए हैं और इसमें मनी लॉन्ड्रिंग का पैसा है. बताया गया कि आरोपी ने फर्जी दिल्ली पुलिस स्टेशन बनाया था. आरोपियों ने दिल्ली पुलिस की वर्दी पहन रखी थी.
हालांकि पीड़ित ने अपनी सूझबूझ से खुद को बचा लिया. सुबह जब पीड़ित बाथरूम जाते हैं तो अपने दूसरे मोबाइल पर डिजिटल गिरफ्तारी की खबर देखते हैं. तब उन्हें लगता है कि ये केस तो उनका ही है. इसके बाद उन्होंने स्काइप कॉल काट दी. फोन कटने के बाद शिकायतकर्ता ने पुलिस को सूचना दी .
ये भी पढ़े: बीजेपी में शामिल हुए कैलाश गहलोत, कल ही आम आदमी पार्टी को दिया था झटका