नई दिल्ली। तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी की आज 100वीं जयंती हैं। उनकी जयंती पर दिल्ली में स्थित उनके समाधि सदैव अटल पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम हुआ। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री समेत कई नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
93 की उम्र में ली थी आखिरी सांस
भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। भारत के 10वें प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एक महान नेता और प्रभावशाली विचारक थे। उनकी जयंती पर आज पक्ष से लेकर विपक्ष तक के नेता उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। 16 अगस्त 2018 को 93 साल की उम्र में वाजपेयी का निधन हो गया था। 27 मार्च 2015 को मोदी सरकार ने उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया।
ये देश रहना चाहिए
पीएम मोदी ने अटल जी की जयंती पर उन्हें याद करते हुए लेख लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा कि वो लोगों को अपनी तरफ खींच लेते थे। उनकी बोलने की कला का कोई सानी नहीं था। कविताओं और शब्दों में उनका कोई जवाब नहीं था। विरोधी भी वाजपेयी जी के भाषणों के मुरीद थे। युवा सांसदों के लिए वो चर्चाएं सीखने का माध्यम बनतीं।संसद में कहा गया उनका ये वाक्य… सरकारें आएंगी, जाएंगी, पार्टियां बनेंगी, बिगड़ेंगी मगर ये देश रहना चाहिए…आज भी मंत्र की तरह हम सबके मन में गूंजता रहता है।
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