उमेश पाल हत्याकांड: पुलिस ने अतीक के खास बली पंडित को किया गिरफ्तार, शाइस्‍ता परवीन के साथ वीडियो में आया था नजर

लखनऊ। उमेश पाल हत्याकांड में एसटीएफ और पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने अतीक अहमद के करीबी बली पंडित को हिरासत में लिया है। प्रयागराज क्राइम ब्रांच बली पंडित को हिरासत में लेकर हत्याकांड में उसकी भूमिका को लेकर पूछताछ कर रही है। इससे पहले हत्याकांड से पांच दिन पहले वायरल हुए सीसीटीवी […]

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उमेश पाल हत्याकांड: पुलिस ने अतीक के खास बली पंडित को किया गिरफ्तार, शाइस्‍ता परवीन के साथ वीडियो में आया था नजर

Vikas Rana

  • March 13, 2023 11:35 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

लखनऊ। उमेश पाल हत्याकांड में एसटीएफ और पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने अतीक अहमद के करीबी बली पंडित को हिरासत में लिया है। प्रयागराज क्राइम ब्रांच बली पंडित को हिरासत में लेकर हत्याकांड में उसकी भूमिका को लेकर पूछताछ कर रही है। इससे पहले हत्याकांड से पांच दिन पहले वायरल हुए सीसीटीवी के जरिए बली पंडित को अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन के साथ भी देखा गया था। इसके अलावा वीडियों में ढ़ाई लाख का इनामी शूटर साबिर भी था।

अब पुलिस बली पंडित के जरिए अन्य शूटरों के बारे में जानकारी निकालने की कोशिश कर रही है। बता दें, 24 फरवरी को प्रयागराज के सुलेमसराय इलाके में वकील उमेश पाल की गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले  दो शूटर पुलिस एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। बाकी आरोपियों का कुछ पता नहीं चल पाया है। इनमें अतीक अहमद का तीसरे नंबर का बेटा असद अहमद भी शामिल है। चर्चा है कि वह बहराइच के रास्ते नेपाल भाग गया है।

पुलिस को नहीं मिला कोई सुराग

17 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस अभी तक शूटरों समेत चार लोगों को नहीं पकड़ पाई है। माफिया डॉन अतीक अहमद का बेटा और उसके चार इनामी साथी फरार है, जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस ने कई टीमें लगा रखी है। माफिया डॉन अतीक अहमद के बेटे असद के साथ शूटर अरमान, मोहम्मद गुलाम, बमबाज गुड्डू मुस्लिम और मोहम्मद साबिर पर पुलिस ने ढाई-ढाई लाख का इनाम घोषित किया हुआ है।

22 टीमें कर रही छानबीन

वही अभी तक हत्याकांड को अंजाम देने वाले अपराधियों में पुलिस ने असद की कार के ड्राइवर अरबाज और शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान का एनकाउंटर में ढेर किया है। इसके अलावा अंडरग्राउड हो चुके शूटरों को पकड़ने के लिए पुलिस और यूपी एसटीएफ की कुल 22 टीमें लगातार छापेमारी कर रही है। वही तीन टीमों को कॉल डिटेल और सर्विलांस के लिए लगाया गया है। इसके अलावा 4 अन्य टीमें पूछताछ और जांच के जरिए अहम जानकारियों की कड़ी को जोड़ने का काम कर रही  है।

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