नई दिल्ली। बालासोर रेल हादसे की जांच का मामला अब शीर्ष अदालत पहुंच गया है। बता दें, विशाल तिवारी नाम के एक वकील ने मामले को लेकर याचिका दाखिल की है। इस याचिका में दुर्घटना से बचाने वाले कवच सिस्टम को जल्द से जल्द लागू करने की मांग की गई है। साथ ही घटना को […]
नई दिल्ली। बालासोर रेल हादसे की जांच का मामला अब शीर्ष अदालत पहुंच गया है। बता दें, विशाल तिवारी नाम के एक वकील ने मामले को लेकर याचिका दाखिल की है। इस याचिका में दुर्घटना से बचाने वाले कवच सिस्टम को जल्द से जल्द लागू करने की मांग की गई है। साथ ही घटना को लेकर रिटायर जज की अध्यक्षता में जांच आयोग बनाने की मांग की गई है। इसके अलावा सुरक्षा को लेकर भी पूर्व जज की अध्यक्षता में विशेषज्ञ कमिटी बनाने की मांग की गई है।
इस बीच रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मरम्मत कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, कल पीएम मोदी ने ट्रैक को जल्दी सही करने का निर्देश दिया था। फिलहाल एक ट्रैक का कार्य पूरा हो गया है अब इलेक्ट्रिसिटी को सही करने का काम जारी है। आज ट्रैक को शुरू करने की कोशिश है। हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि बुधवार सुबह तक ट्रैक को सुचारू रूप से चालू करने का जो टारगेट रखा गया है, उसे पूरा कर लिया जाए। फिलहाल घटना को लेकर जांच कमेटी ने अपनी जांच पूरी कर दी है और घटना के कारणों का पता लगा लिया गया है।
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ओडिशा ट्रेन दुर्घटना के पीड़ितों को दी जा रही चिकित्सा सहायता का जायजा लेने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान भुवनेश्वर का दौरा करने के लिए पहुंच चुके हैं। इससे पहले मांडविया ने घायलों के बेहतर इलाज के लिए दिल्ली से डॉक्टरों की एक टीम को एम्स भुवनेश्वर के लिए रवाना किया था।
बता दें, बालासोर में शुक्रवार को हुए रेल हादसे को 36 घंटे बीत चुके हैं। इसके अलावा घटनास्थल से पलटे सभी 21 डिब्बों को हटा लिया गया है। अब साइट को क्लियर किया जा रहा है। इसके अलावा इंजन को भी जल्द हटा दिया जाएगा।