India-Sri Lanka Relation, Inkhabar। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे की उपस्थिति में भारत और श्रीलंका के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इस दौरान दोनों देशों के बीच यूपीआई से भुगतान को लेकर भी सहमति बनी है। इस दौरान अपने संबोधन में पीएम मोदी ने पिछले साल श्रीलंका में आई आर्थिक कठिनाइयों का […]
India-Sri Lanka Relation, Inkhabar। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे की उपस्थिति में भारत और श्रीलंका के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इस दौरान दोनों देशों के बीच यूपीआई से भुगतान को लेकर भी सहमति बनी है। इस दौरान अपने संबोधन में पीएम मोदी ने पिछले साल श्रीलंका में आई आर्थिक कठिनाइयों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत संकट के दौरान एक करीबी दोस्त के रूप में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहा। अब श्रीलंका में यूपीआई भुगतान प्रणाली शुरू करने के लिए एक समझौते को अंतिम रूप देने से दोनों पक्षों के बीच फिनटेक कनेक्टिविटी होगी।
पीएम मोदी ने कहा, पिछला 1 वर्ष श्रीलंका के लोगों के लिए चुनौतियों से भरा रहा है। एक निकटतम मित्र होने के नाते हमेशा की तरह हम इस संकट के काल में भी श्रीलंका के लोगों के साथ खड़े रहे और जिस साहस के साथ उन्होंने इस चुनौतियों का सामना किया मैं इसके लिए उनका अभिनंदन करता हूं। आज राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने अपने कार्यकाल का 1 वर्ष पूरा किया है इस पर मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi says, "Today, we also discussed the issues related to the livelihood of fishermen. We agree that we should go ahead on the matter with a humane approach. We also spoke about reconstruction and reconciliation in Sri Lanka. President… pic.twitter.com/as2bz9L6Bb
— ANI (@ANI) July 21, 2023
आज हमने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अतंरराष्ट्रीय मुद्दों पर अपने विचार साझा किए। हमारा मानना है कि भारत-श्रीलंका के सुरक्षा और विकास एक-दूसरे से जुड़े रहें और इसलिए ये आवश्यक है कि हम एक दूसरे की सुरक्षा और संवेदनाओं को ध्यान में रखते हुए साथ मिलकर काम करे।
आज हमने आर्थिक साझेदारी के लिए एक विजन डॉक्यूमेंट अपनाया है। यह विजन दोनों देशों के लोगों के बीच समुद्री, वायु, ऊर्जा और लोगों से लोगों के बीच संपर्क को मजबूत करना और पर्यटन, बिजली, व्यापार, उच्च शिक्षा और कौशल विकास में आपसी सहयोग को तेज करना है।