नई दिल्ली: असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ लोगों का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है. महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार के दौरान हैदराबाद के सांसद और एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने 15 मिनट की टिप्पणी का जिक्र किया था. इसके बाद से ही राजनीतिक दलों के नेता उन पर हमलावर हैं. अब इस मामले में उज्जैन के […]
नई दिल्ली: असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ लोगों का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है. महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार के दौरान हैदराबाद के सांसद और एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने 15 मिनट की टिप्पणी का जिक्र किया था. इसके बाद से ही राजनीतिक दलों के नेता उन पर हमलावर हैं. अब इस मामले में उज्जैन के साधु-संत भी कूद पड़े हैं, जिन्होंने असदुद्दीन ओवैसी को खुली चुनौती दी है.
वहीं असदुद्दीन ओवैसी के विवादित बयान के बाद उज्जैन के साधु-संतों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. संतों ने इसे सनातन धर्म पर हमला बताते हुए ओवैसी बंधुओं को खुली चुनौती दी है और कहा है कि वे किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं.
महामंडलेश्वर आचार्य शेखर ने कहा कि सिर्फ बोलने से कुछ नहीं होगा. उन्हें (ओवैसी को) आकर कोशिश करनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘हम 15 मिनट नहीं, 15 दिन का समय देते हैं. तुम्हें जहां भी मिलना हो, बता देना.
महामंडलेश्वर आचार्य शेखर ने सरकार से आग्रह किया कि वह महाराणा प्रताप और वीर शिवाजी के वंशजों को ऐसी गतिविधियों का मुकाबला करने की अनुमति दे। उन्होंने औवेसी बंधुओं के खिलाफ मामला दर्ज करने की भी बात कही. नाथ संप्रदाय के संत रामनाथ जी महाराज ने कहा कि संत एक हाथ में शास्त्र और दूसरे हाथ में शस्त्र रखते हैं। देशभर में इतने नागा साधु हैं कि उनका काम 5 मिनट में पूरा हो जाएगा। उन्होंने ओवैसी को मैदान में आकर अपनी बात साबित करने की चुनौती दी.
राज्यसभा सांसद और संत उमेशनाथ जी महाराज ने कहा कि ओवैसी के बोलने से कुछ नहीं होगा. उन्होंने संतों की ताकत का जिक्र करते हुए कहा कि औवेसी को हर संभव कोशिश करनी चाहिए. सांदीपनि आश्रम के पुजारी रूपम व्यास ने ओवैसी की तुलना ‘कीड़ों’ से की. उन्होंने कहा कि ओवैसी हैदराबाद में बैठकर बकवास करते हैं और फिर अपनी पार्टी में छुप जाते हैं. उन्होंने कहा कि ओवैसी को पहले हैदराबाद के हिंदुओं से निपटना चाहिए.
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