नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा संसद में बसपा सांसद दानिश अली पर की गई विवादित टिप्पणी पर सियासत तेज हो गई है। उनकी पार्टी (BJP) की ओर से भी उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इसके अलावा सभी विपक्षी दलों ने भी बिधूड़ी द्वारा आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल […]
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा संसद में बसपा सांसद दानिश अली पर की गई विवादित टिप्पणी पर सियासत तेज हो गई है। उनकी पार्टी (BJP) की ओर से भी उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इसके अलावा सभी विपक्षी दलों ने भी बिधूड़ी द्वारा आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किए जाने पर जमकर आलोचना की है। इस बीच विपक्षी दलों ने भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी की टिप्पणियों के मुद्दे को विशेषाधिकारी समिति के पास भेजने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा है।
रमेश बिधूड़ी द्वारा बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली को लेकर विवादित टिप्पणी पर PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, “आपने नया संसद भवन बनाया उसके साथ आपको फिनाइल भी खरीद कर ले जानी चाहिए थी। वह आगे कहती हैं, ऐसे दरिंदे, जो इस तरह की जुबान का इस्तेमाल करते हैं, उनका दिमाग और मुंह धो देते जिससे बात करने से पहले उनकी जुबान साफ हो जाती और इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल नहीं करते। भाजपा को नए संसद भवन में अपने लोगों के लिए फिनाइल का भी इंतजाम करना चाहिए।”
ओवैसी ने ट्वीट करते हुए लिखा इस वीडियो में “चौंकाने वाला” कुछ नहीं है। भाजपा एक अथाह खाई है, इसलिए हर दिन एक नया निचला स्तर मिल जाता है। मुझे भरोसा है कि इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। संभावना है कि आगे इसे भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा। आज भारत में मुसलमानों के साथ वैसा ही सुलूक हो रहा है, जैसा हिटलर के जर्मनी में यहूदियों के साथ किया जाता था मेरा सुझाव है कि नरेंद्र मोदी को इस वीडियो में अरबी में डब करें और अपने हबीबीयों को भेजें।
मीडिया से बात करते हुए जयराम रमेश ने रमेश बिधूड़ी के बयान को निंदनीय बताया। उन्होंने कहा कि उन्होंने दानिश अली जी को जो कहा है वह अत्यंत निंदनीय है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने माफी मांगी है जो अपर्याप्त है। ऐसी भाषा का इस्तेमाल सदन के अंदर या बाहर नहीं होना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं नए संसद भवन की शुरूआत नारी शक्ति से हुई है लेकिन इसकी शुरूआत तो रमेश बधूड़ी ने की है। यह रमेश बिधूड़ी नहीं बल्कि भाजपा पार्टी की सोच है। हमारी मांग है कि रमेश बिधूड़ी की सदस्यता रद्द की जानी चाहिए।
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