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चीन के जाल में फंसा नेपाल! BRI प्रोजेक्ट में खुशी-खुशी हुआ शामिल

बीआरआई प्रोजेक्ट में शामिल होने के बाद अब चीनी सरकार नेपाल में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट करेगी. चीन नेपाल में हाईवे, रेलवे और एनर्जी नेटवर्क को बढ़ाएगा.

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Nepal and China
  • December 7, 2024 2:10 am Asia/KolkataIST, Updated 1 month ago

नई दिल्ली: बांग्लादेश के बाद अब नेपाल से भी भारत को बड़ा झटका मिला है. नेपाल अब आधिकारिक तौर पर चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) प्रोजेक्ट में शामिल हो गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हाल ही नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली चीन के दौरे पर गए थे, उस दौरान ही नेपाल आधिकारिक तौर पर BRI प्रोजेक्ट में शामिल हुआ.

नेपाल में पैसा लगाएगा चीन

बीआरआई प्रोजेक्ट में शामिल होने के बाद अब चीनी सरकार नेपाल में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट करेगी. चीन नेपाल में हाईवे, रेलवे और एनर्जी नेटवर्क को बढ़ाएगा. चीन ने दावा किया है कि वह नेपाल की कनेक्टिविटी दूसरे एशियाई देशों से बढ़ा देगा, जिससे उसका आर्थिक विकास होगा.

नेपाल ने बताया गेम चेंजर

बता दें कि नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने चीन के BRI को गेम चेंजर बताया है. उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट नेपाल में डेवलपमेंट के नए मौके लेकर आएगा. नेपाली पीएम ने कहा कि यह हमारे देश के लिए बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर से बिजनेस, टूरिज्म, एग्रीकल्चर और हाइड्रोपावर के लिए नए रास्ते खोलेगा.

नेपाल का ऐसे चीन के साथ जाना भारत के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. मालूम हो कि नेपाल और भारत के बीच बेटी और रोटी का सम्बन्ध है. दोनों देशों की संस्कृति भी मिलती जुलती है। कई दशकों तक नेपाल के लिए भारत बड़े भाई की भूमिका में रहा है। ऐसे में नेपाल का चीन के साथ करीबी बढ़ाना भारत सरकार की माथे के लकीरें बढ़ा सकता है।

इसके साथ चीन से पैसे लेने के बाद अब नेपाल के सामने कई मुश्किलें आने वाली हैं। नेपाल के भी चीन के जाल में फंसने की संभावना है, जैसे चीन ने श्रीलंका को लोन के जाल में फंसाकर उससे हंबनटोटा बंदरगाह 99 सालों के लिए लीज पर ले लिया। वैसा ही अब नेपाल के साथ होने की संभावना भी कई लोग जता रहे हैं।

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