पिथौरागढ़। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ धारचूला के घटखोला में तटबंध निर्माण के दौरान नेपाल की तरफ से पत्थरबाज़ी की गई है. पत्थर फेंकने से यहाँ अफरा-तफरी का माहौल हो गया. पहले भी तटबंध निर्माण के दौरान नेपाल की ओर से कई बार पत्थरबाजी की जा चुकी है. दरअसल, धारचूला में काली नदी के कटाव से सुरक्षा […]
पिथौरागढ़। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ धारचूला के घटखोला में तटबंध निर्माण के दौरान नेपाल की तरफ से पत्थरबाज़ी की गई है. पत्थर फेंकने से यहाँ अफरा-तफरी का माहौल हो गया. पहले भी तटबंध निर्माण के दौरान नेपाल की ओर से कई बार पत्थरबाजी की जा चुकी है. दरअसल, धारचूला में काली नदी के कटाव से सुरक्षा के लिए तटबंध का निर्माण किया जा रहा है.
रविवार को जब कंस्ट्रक्शन कंपनी के मजदूर तटबंध निर्माण के काम में लगे थे उसी समय तभी नेपाल की ओर से कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया, पथराव करने के चलते निर्माण स्थल पर अफरा-तफरी मच गई. पत्थरबाज़ी से बचने के लिए निर्माण में लगे मजदूर इधर-उधर भागने लगे. नेपाल की ओर से पहले भी तटबंध निर्माण के दौरान पत्थरबाज़ी की जा चुकी है.
इस तटबंध निर्माण का नेपाल के इसलिए विरोध कर रहे हैं क्योंकि भारत की ओर तटबंध बनने से उनकी ओर काली नदी से कटाव होगा. 9 सितंबर को आई भीषण आपदा के कारण भारी मात्रा में काली नदी का मलबा घटखोला में एकत्रित हो गया है, अब मलबा जमा होने से तटबंध निर्माण में दिक्कत हो रही है. दो दिन पहले धारचूला के संयुक्त मजिस्ट्रेट दिवेश शाशनी और सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ने नेपाल पहुंचकर दार्चुला जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बातचीत की थी. अब इसे लेकर 10 – 15 दिन के भीतर फिर से दोनों देशों के अधिकारियों के बीच बैठक होने वाली है.इस संबंध में एडीजी वी मुरुगेशन ने जानकारी दी है कि नेपाल की तरफ से तरफ से पांच लोगों ने पत्थरबाजी की है. वहां पर नदी से भारत सेफ्टी वॉल बना रहा है और नेपाल के लोग इसी का विरोध कर रहे हैं.
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