नई दिल्ली, नेशनल हेराल्ड केस में ED ने बड़ी कार्रवाई की है, प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड का मुख्य दफ्तर सील कर दिया है. बीते दिन इस मामले में ED ने देश के 12 जगहों पर छापेमारी की थी. इसके साथ ही कांग्रेस मुख्यालय की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. बता दें कि नेशनल […]
नई दिल्ली, नेशनल हेराल्ड केस में ED ने बड़ी कार्रवाई की है, प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड का मुख्य दफ्तर सील कर दिया है. बीते दिन इस मामले में ED ने देश के 12 जगहों पर छापेमारी की थी.
इसके साथ ही कांग्रेस मुख्यालय की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. बता दें कि नेशनल हेराल्ड केस में ईडी के अधिकारी सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पूछताछ कर चुकी है.
बीते दिन दिल्ली में कई ठिकानों पर छापेमारी के अलावा कोलकाता और कई अन्य शहरों में भी ED की छापेमारी की गई. रिपोर्ट्स की मानें तो पूछताछ के बाद ईडी को लगा कि इस केस में छापेमारी किए जाने की जरूरत है. ईडी का कहना है कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने इस पूरे मामले में दिवंगत नेता मोतीलाल वोरा का ही नाम लिया था, इसके अलावा कई ट्रांजेक्शंस की बात सामने आई थी, जिनकी जानकारी जुटाने के लिए दस्तावेजों की जांच करने की जरूरत है. इसके साथ ही नेशनल हेराल्ड के दफ्तरों का इस्तेमाल किसलिए किया जाता था, इसकी भी जांच की जाएगी.
इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर टिप्पणी की है. उन्होंने फेसबुक पर लिखा, ‘खुद को अकेला मत समझना, कांग्रेस आपकी आवाज़ है, और आप कांग्रेस की ताकत हैं. तानाशाह के हर फ़रमान से, जनता की आवाज़ दबाने की हर कोशिश से हमें अंत तक लड़ना है. आपके लिए, मैं और कांग्रेस पार्टी लड़ते आ रहे हैं, और आगे भी इसी तरह लड़ते रहेंगे. आज देश में किन मुद्दों पर विचार-विमर्श होना चाहिए, ये आप अच्छे से जानते हैं क्योंकि सरकार की हर गलत नीति का असर आपकी ज़िंदगी पर पड़ रहा है.’
इसके आगे राहुल गाँधी ने लिखा, ‘इस मानसून सत्र में हम सरकार से जनता के सवालों के जवाब मांगना चाह रहे थे, लेकिन आप सब ने देखा कैसे सरकार ने विपक्ष के लोगों को निलंबित करवा दिया. हमारे द्वारा विरोध करने पर हमें गिरफ़्तार करवाया, सदन स्थगित करवाया, और कल जब चर्चा हुई भी तो सरकार ने साफ कहा कि ‘महंगाई जैसी कोई समस्या देश में है ही नहीं’. देश बेरोज़गारी की महामारी से जूझ रहा है, करोड़ों परिवारों के पास स्थिर आय का कोई साधन नहीं बचा है, लेकिन सरकार सिर्फ़ एक ‘अहंकारी राजा’ की छवि चमकाने में अरबों रुपए फूंक दे रही है.’
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