नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड मामले सोनिया और राहुल से पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने दिल्ली स्थित हेराल्ड के दफ्तर में छापा मारा है। जानकारी के मुताबिक, ईडी के अधिकारी नेशनल हेराल्ड के दफ्तर में मौजूद हैं और तलाशी कर रहे हैं। कई अहम लोगों पर भी हो सकती है छापे मारी […]
नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड मामले सोनिया और राहुल से पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने दिल्ली स्थित हेराल्ड के दफ्तर में छापा मारा है। जानकारी के मुताबिक, ईडी के अधिकारी नेशनल हेराल्ड के दफ्तर में मौजूद हैं और तलाशी कर रहे हैं।
बता दें कि दस्तावेजों की तलाश में नेशनल हेराल्ड के कई ठिकानों पर ईडी ने छापे मारी की है. इस बीच दस जनपथ पर हुई बैठक के दस्तावेजों की भी तलाशी की जा रही है. वहीं, मामले से जुड़े कई अहम लोगों के यहां भी छापेमारी हो सकती है.
गौरतलब है कि इससे पहले 27 जुलाई को ही ED ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से करीब 11 घंटे तक पूछताछ की थी. यह सवाल जवाब 3 दिनों तक हुई थी. इस दौरान ED ने सोनिया से हेराल्ड से जुड़े 40 से ज्यादा सवाल किए थे. बता दें कि सोनिया से पहले प्रवर्तन निदेशालय ने सांसद राहुल गांधी से भी तकरीबन 50 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ कर चुकी है.
गौरतलब दें कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु समेत कई कांग्रेस नेताओं ने 1938 में Associate Journal Limited नाम से एक कम्पनी बनाई थी। ये कंपनी National Herald नाम से एक अखबार प्रकाशित करती थी। चूंकि ये नेशनल हेराल्ड अखबार प्रकाशित करती थी। इसी वजह इसे देश के कई शहरों में बेहद सस्ते दामों पर सरकारों से जमीनें मिली। सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर आरोप है कि उन्होंने एक ऐसी कम्पनी बनाई, जिसका मकसद सिर्फ कारोबार करना नहीं था। वो इस कम्पनी के जरिए AJL को खरीदकर 2 हज़ार करोड़ रुपये की उसकी सम्पत्ति को अपने नाम पर करना चाहते थे। वर्ष 2011 में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की कम्पनी यंग इंडिया लिमिटेड ने AJL को टेकओवर कर लिया।