Naba Kishore Das को श्रद्धांजलि देने पहुंचे नवीन पटनायक

ओडिशा। झारसुगुड़ा जिले में एक पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारे जाने के बाद ओडिशा के दिवंगत स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री नब किशोर दास (Naba Kishore Das) को आज अंतिम श्रद्धांजलि दी गई। बता दें, रविवार को नब किशोर दास (Naba Kishore Das) एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जैसे ही गाड़ी से उतरे तभी […]

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Naba Kishore Das को श्रद्धांजलि देने पहुंचे नवीन पटनायक

Vikas Rana

  • January 30, 2023 11:01 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago
ओडिशा। झारसुगुड़ा जिले में एक पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारे जाने के बाद ओडिशा के दिवंगत स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री नब किशोर दास (Naba Kishore Das) को आज अंतिम श्रद्धांजलि दी गई। बता दें, रविवार को नब किशोर दास (Naba Kishore Das) एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जैसे ही गाड़ी से उतरे तभी एएसआई गोपाल राय ने उनके ऊपर तीन-चार राउंड फायरिंग कर दी, जिसके बाद उन्हें निजी अस्पताल में ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई।

अंतिम श्रद्धांजलि देने पहुंचे नवीन पटनायक

इस दौरान मंत्री जी को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक आज नब किशोर दास (Naba Kishore Das) के उनके सरकारी आवास पर पहुंचे। इस बीच ओडिशा सरकार ने मंत्री जी के अंतिम संस्कार को राजकीय सम्मान के साथ करने का ऐलान किया है। इस दौरान पूरे राज्य में 31 जनवरी तक कोई आधिकारिक कार्यक्रम भी नहीं होगा, वही भुवनेश्वर में राष्ट्रीय ध्यज को भी आधा झुका कर रखा जाएगा।
बता दें  60 वर्षीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री नब किशोर दास को रविवार दोपहर करीब 1 बजे ब्रजराजनगर शहर में सहायक पुलिस उप-निरीक्षक गोपाल दास ने गोली मार दी थी। जिसके  बाद उन्हें करीबी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। लेकिन हालात की गंभीरता को देखते हुए उन्हें एयरलिफ्ट कर भुवनेश्वर ले जाया गया, जहां अपोलो अस्पताल में उनका ऑपरेशन किया गया। लेकिन अंत में उन्होंने दम तोड़ दिया।

2009 में जीता पहला चुनाव

नव किशोर दास ने झारसुगुड़ा विधानसभा क्षेत्र से 2004 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद 2009 में दास को जीत हासिल हुई इसके बाद दास ने 2014 और 2019 में फिर से चुनाव जीत कर विधायक बने थे। नव किशोर दास को क्षेत्र में प्रभावशाली नेता के तौर पर जाना जाता था। इससे पहले नव किशोर दास उस समय खबरों की सुर्खियों में आ गए थे जब उन्होंने महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर मंदिर में 1 करोड़ रुपये की लागत के 1.7 किलोग्राम सोने के और 5 किलोग्राम चांदी से बने कलश को दान किया था।

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