नई दिल्ली। पिछले 36 सालों में पहली बार मई का महीना सबसे अधिक ठंडा रहा। बता दें, एक के बाद एक आए कई पश्चिमी विक्षोभ के कारण मई महीने में चौथी बार सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है। इससे पहले वर्ष 2008 में सबसे अधिक 165 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। बता दें, […]
नई दिल्ली। पिछले 36 सालों में पहली बार मई का महीना सबसे अधिक ठंडा रहा। बता दें, एक के बाद एक आए कई पश्चिमी विक्षोभ के कारण मई महीने में चौथी बार सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है। इससे पहले वर्ष 2008 में सबसे अधिक 165 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। बता दें, इस साल मई के महीने में 111 मिमी बारिश दर्ज की गई है। जिसके कारण मई के महीने में अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस ही रहा। इससे पहले 1987 में मई महीने सबसे ज्यादा ठंडा रहा था।
वहीं मौसम विभाग के उपमहानिदेशक डॉ कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि, इस बार की मई में अन्य सालों के मुकाबले में मौसम ज्यादा सुहावना रहा है। वहीं वर्ष 2014 के बाद इस साल मई के महीने में लू नहीं चली है। इसके अलावा पश्चिमी विक्षोभ के असर से बारिश भी हो रही है। ये ही कारण है कि मई का औसत अधिकतम तापमान भी 36.8 डिग्री सेल्सियस ही रहा है।
अब जून शुरू होने जा रहा है, यह मानसून का महीना होता है। अभी एक से दो जून तक 40-50 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवा के साथ हल्की बारिश होगी। 6 जून तक बादलों की आवाजाही के कारण तापमान 40 डिग्री के नीचे ही बना रहेगा। तीन से चार दिन बाद पूरे उत्तर पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में बढोतरी देखने को मिलेगी। इस दौरान अधिकतम तापमान 37-39 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24-25 डिग्री के बीच बना रहेगा।