Advertisement
  • होम
  • Breaking News Ticker
  • मोहम्मद ज़ुबैर और प्रतीक भी नोबेल पुरस्कार की रेस में शामिल ?

मोहम्मद ज़ुबैर और प्रतीक भी नोबेल पुरस्कार की रेस में शामिल ?

नई दिल्ली. फैक्ट-चेकर्स मोहम्मद जुबैर और प्रतीक सिन्हा इस साल नोबेल शांति पुरस्कार की रेस में शामिल हैं, दरअसल, टाइम की रिपोर्ट में इस बात का दावा किया जा रहा है कि मोहम्मद ज़ुबैर और प्रतीक सिन्हा का नाम भी शांति पुरस्कार की दौड़ में शामिल है. रायटर्स के सर्वेक्षण में जुबैर और प्रतीक के […]

Advertisement
  • October 5, 2022 6:04 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली. फैक्ट-चेकर्स मोहम्मद जुबैर और प्रतीक सिन्हा इस साल नोबेल शांति पुरस्कार की रेस में शामिल हैं, दरअसल, टाइम की रिपोर्ट में इस बात का दावा किया जा रहा है कि मोहम्मद ज़ुबैर और प्रतीक सिन्हा का नाम भी शांति पुरस्कार की दौड़ में शामिल है. रायटर्स के सर्वेक्षण में जुबैर और प्रतीक के नाम इस लिस्ट में सबसे आगे चल रहे हैं, इन्हें भी नोबल शांति पुरस्कार से नवाज़ा जा सकता है. गौरतलब है, इस साल का नोबेल पुरस्कार शुक्रवार को नार्वे की राजधानी ओस्लो में दिया जाएगा.

मोहम्मद जुबैर और प्रतीक सिन्हा दोनों मिलकर ऑल्ट न्यूज नामक एक वेबसाइट चलाते हैं, इनकी ये वेबसाइट सोशल मीडिया पर फैलाई जाने वाली कथित फेक न्यूज का फैक्ट चेक करती है. टाइम मैग्जीन की मानें तो फैक्ट चेक वेबसाइट ऑल्टन्यूज के को-फाउडंर्स, प्रतीक और जुबैर नोबल शांति पुरस्कार की लिस्ट में शामिल है. बता दें, जुबैर की गिरफ्तारी का मामला पूरी दुनिया में छाया था, इनकी गिरफ्तारी का कई संस्थानों ने विरोध भी किया था.

शांति पुरस्कार की रेस में 343 उम्मीदवार

साल 2022 के नोबेल शांति पुरस्कार की दौड़ में इस साल लगभग 343 उम्मीदवार शामिल हैं, जिनमें से 251 व्यक्ति हैं और 92 संगठन शामिल हैं. हालांकि, नोबेल कमेटी कभी भी शांति पुरस्कार के लिए नॉमिनेटेड लोगों के नामों का ऐलान नहीं करती है, साथ ही यह जानकारी मीडिया और उम्मीदवारों को भी नहीं दी जाती है.

एक रॉयटर्स सर्वे के मुताबिक, इस साल स्वियातलाना सिखानौस्काया, ब्रॉडकास्टर डेविड एटनबरो, क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग, पोप फ्रांसिस, तुवालु के विदेश मंत्री साइमन कोफे और म्यांमार की राष्ट्रीय एकता सरकार नार्वे के सांसदों द्वारा नामित लोगों में शामिल हैं.

मालूम हो कि इस साल जून महीने में मोहम्मद जुबैर को साल 2018 में किए गए एक ट्वीट के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था, देशभर में उनकी इस गिरफ्तारी का विरोध हुआ था.

AIIMS Bilaspur: 750 बेड, 1470 करोड़ में बना और 247 एकड़ में फैला है बिलासपुर एम्स, जानिए खासियत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘AIIMS बिलासपुर’ का किया उद्घाटन, सामने आई तस्वीरें

Advertisement