जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा बीजेपी सरकार को कमजोर बताया और कहा कि केंद्र सरकार दो बैसाखियों पर चल रही है. एक बैसाखी नीतीश और दूसरे चंद्रबाबू नायडू.
नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के कडप्पा में दिया गया जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी का बयान इस समय सुर्खियों में है. भारतीय संविधान संरक्षण एवं राष्ट्रीय एकता सम्मेलन में बोलते हुए मदनी ने अयोध्या को लेकर बड़ा दावा किया. इसके अलावा सरकार पर भी निशाना साधा है. अरशद मदनी ने कहा ये लोग चाहते हैं कि अयोध्या धर्म की राजधानी बने परंतु आज कोई अयोध्या नहीं आता.
अरशद मदनी ने आगे कहा कि बीजेपी सरकार को कमजोर बताया और कहा कि केंद्र सरकार दो बैसाखियों पर चल रही है. एक बैसाखी नीतीश और दूसरे चंद्रबाबू नायडू. मदनी ने राम मंदिर-बाबरी मामले में मुस्लिम पक्ष का प्रतिनिधित्व करने का दावा करते हैं हुए कहा कि अयोध्या में कोर्ट ने कहा था कि मंदिर तोड़कर मस्जिद नहीं बनाई गई थी. कोर्ट ने आस्था के आधार पर फैसला दिया, लेकिन कोर्ट के मुताबिक हमारी जीत हुई.
अरशद मदनी ने वक्फ संशोधन बिल पर बोलते हुए कहा, सारी मस्जिदों और कब्रिस्तान पर सरकार कब्जा कर लेगी. हम राज्य सरकार यानि (आंध्र सरकार) से कहना चाहते हैं कि देश के सभी मुसलमान इस बिल के खिलाफ हैं, इसलिए मुसलमानों की संपत्ति को आग लगाने वाले बीजेपी के इस बिल का विरोध किया जाना चाहिए. सभा के मंच से उन्होंने आंध्र के सीएम चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात की.
जमीयत उलेमा ए हिंद के पक्ष के बारे में बात करते हुए मदनी ने कहा हम मुसलमानों के घरों पर बुलडोजर चलाने की बात हो या फिर असम में मुसलमानों की शहरियत छीनने की जमीयत सभी बातो की मुखालफत करती है.
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