नई दिल्ली। रामनवमी के अवसर पर बंगाल और बिहार समेत अन्य राज्यों में हुई हिंसा को लेकर इस्लामिक देशों के संगठन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन की टिप्पणी पर भारत सरकार ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने OIC पर टिप्पणी करते हुए इसे सांप्रदायिक मानसिकता से पीड़ित और भारत विरोधी बताया है। बता दें, OIC सचिवालय ने सोमवार को बयान जारी करते हुए भारत में रामनवमी शोभायात्रा के दौरान मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाए जाने पर चिंता व्यक्त की थी।
OIC ने बयान जारी करते हुए कहा था कि, अतिवादी हिंदुओं की भीड़ ने बिहारशरीफ में मदरसों के अलावा लाइब्रेरी को भी आग के हवाले कर दिया। OIC हिंसा और बर्बरता के ऐसे कृत्यों की कड़ी निंदा करता है। OIC भारतीय अधिकारियों से अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और देश में मुस्लिम समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील करता है।
OIC General Secretariat Denounces Acts of Violence Against #Muslims in Several States in #India: https://t.co/jJ6a8AlzEG #NoToIslamophobia #EndIslamophobia pic.twitter.com/BxoRvk0wj4
— OIC (@OIC_OCI) April 4, 2023
मामले पर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने OIC की आलोचना करते हुए कहा कि हम भारत के संबंध में OIC सचिवालय द्वारा जारी किए गए बयान की निंदा करते हैं। OIC का ऐसा बयान उनकी सांप्रदायिकता मानसिकता और भारत विरोधी एजेंडे का एक और उदाहरण है। OIC केवल भारत विरोधी ताकतों से गुमराह होकर अपनी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने का काम करता है।
Our response to media queries on the statement issued by OIC Secretariat regarding India:https://t.co/CYtJely0hO pic.twitter.com/VnGUVyqXpf
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) April 4, 2023
बता दें, ऐसा पहली बार नहीं है जब OIC ने भारत के आंतरिक मामले में टिप्पणी की हो। इससे पहले भी दिसंबर 2022 में OIC के महासचिव हिसेन ब्राहिम ताहा ने जम्मू कश्मीर को लेकर विवादित बयान दिया था। ताहा ने कहा था कि कश्मीर विवाद को सुलझाने के लिए OIC एक खाका तैयार कर रहा है।
OIC का पूरा नाम ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन है। इसका हेडक्वार्टर सऊदी अरब के जेद्दाह शहर में मौजूद है। यह 57 मुस्लिम बहुल देशों का एक संगठन है। जिसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय शांति और सद्भाव बनाते हुए मुसलमानों की सुरक्षा करना है।