नई दिल्ली। कनाडा प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान के बाद कनाडा और भारत में तनाव जारी है। इस बीच बुधवार को विदेश मंत्रालय ने कनाडा में रह रहे भारतीय नागरिकों और छात्रों के लिए एडवाइजरी जारी की है। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि कनाडा के कई इलाकों में एंटी इंडिया […]
नई दिल्ली। कनाडा प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान के बाद कनाडा और भारत में तनाव जारी है। इस बीच बुधवार को विदेश मंत्रालय ने कनाडा में रह रहे भारतीय नागरिकों और छात्रों के लिए एडवाइजरी जारी की है।
विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि कनाडा के कई इलाकों में एंटी इंडिया एजेंडा का विरोध करने वाले डिप्लोमैट्स और भारतीय समुदाय के लोगों पर हमले हुए हैं। इन हमलों को देखते हुए भारतीय लोगों को ऐसे इलाकों में न जाने की सलाह दी जाती है। कनाडा में भारत का उच्चयोग और कौंसुलेट दफ्तर भारतीय नागरिकों के संपर्क में हैं। अपने नागिरकों की रहेंगे सुरक्षा और कुशलता तय की जा सके। इससे पहले कनाडा ने भी भारत की यात्रा में जा रहे नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए जम्मू-कश्मीर न जाने की सलाह दी गई थी।
बता दें, दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव के चलते कनाडा में रह रहे भारतीय मूल के छात्र आशंकित हैं। कनाडा में कुल 2 लाख 30 हजार छात्र और 7 लाख एनआरआई रहत हैं। वहीं खालिस्तानी संगठन सिख्स फॉर जस्टिन ने हिंदू समुदाया के लोगों को कनडा छोड़ने की धमकी दी है। इसके बाद आशंकाएं बढ़ गई हैं कि भारतीय मूल के लोगों को अतिवादी टारगेट कर सकते हैं।