बेंगलुरु। विपक्ष की बैठक के बीच तमिलनाडु में डीएमके नेता और उच्च शिक्षा मंत्री के.पोनमुडी के परिसरों मेंप्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी की है। ईडी ने अवैध खनन से जुड़े धन शोधन मामले में उच्च शिक्षा मंत्री के. पोनमुडी और उनके बेटे गौतम सिगमनी के परिसरों पर छापेमारी की है। ईडी ने मंत्री के परिसर से […]
बेंगलुरु। विपक्ष की बैठक के बीच तमिलनाडु में डीएमके नेता और उच्च शिक्षा मंत्री के.पोनमुडी के परिसरों मेंप्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी की है। ईडी ने अवैध खनन से जुड़े धन शोधन मामले में उच्च शिक्षा मंत्री के. पोनमुडी और उनके बेटे गौतम सिगमनी के परिसरों पर छापेमारी की है। ईडी ने मंत्री के परिसर से करीब 70 लाख रुपए बरामद किए हैं।
बता दें, के. पोनमुडी स्टालिन मंत्रिमंडल के दूसरे मंत्री है जो जांच एजेंसी के दायरे में आए हैं। इससे पहले जून में बालाजी को नौकरी के बदले पैसे लेने के मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था। जानकारी के अनुसार पोनमुडी के चेन्नई के साथ ही गढ़ विल्लुपुरम के परिसरों में भी तलाशी ली जा रही है।
छापेमारी को लेकर डीएमके के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि अब ईडी भी चुनाव अभियान में शामिल हो गई है। कांग्रेस की ओर से बुलाई गई विपक्ष की बैठक में बेंगलुरु रवाना होने से पहले स्टालिन ने कहा कि दिवंगत जे. जयललिता के नेतृत्व वाली एआईएडीएमके सरकार में 13 साल पहले पोनमुडी के खिलाफ यह झूठा मामला दर्ज किया गया था। उन्होंने कहा कि डीएमके ईडी की छापेमारी से जरा भी चिंतित नहीं है। यह केवल ध्यान भटकाने के लिए रचाया गया नाटक है।
धन शोधन का ये मामला 2007 से 2011 के बीच का है, जब पोनमुडी तमिलनाडु के खनन मंत्री थे। इस दौरान उन पर खदान के लाइसेंस शर्तें में उल्लंघन करने का आरोप लगा था। इससे सरकारी खजाने को लगभग 28 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ था।