नई दिल्ली, विपक्ष की ओर से उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार तय करने के लिए आज विपक्ष की बैठक हुई थी, जिसमें मार्गरेट अल्वा के नाम पर मुहर लगी है. विपक्ष की ओर से माग्रेट अल्वा उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार होंगी. NCP प्रमुख शरद पवार ने माग्रेट अल्वा के नाम का ऐलान किया है. विपक्ष की […]
नई दिल्ली, विपक्ष की ओर से उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार तय करने के लिए आज विपक्ष की बैठक हुई थी, जिसमें मार्गरेट अल्वा के नाम पर मुहर लगी है. विपक्ष की ओर से माग्रेट अल्वा उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार होंगी. NCP प्रमुख शरद पवार ने माग्रेट अल्वा के नाम का ऐलान किया है. विपक्ष की उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा गोवा की राज्यपाल रह चुकी हैं. वो कर्नाटक की रहने वाली हैं. बता दें शनिवार शाम एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की घोषणा की गई थी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बीते दिन पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति का प्रत्याशी घोषित किया था. पीएम मोदी की मौजूदगी में हुई भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में धनखड़ के नाम पर मुहर लगी थी.
मार्गरेट UPA सरकार में वह कैबिनेट मंत्री का पद भी संभाल चुकी हैं. साल 1984 की राजीव गाँधी की सरकार में श्रीमती आल्वा को संसदीय मामलों का केंद्रीय राज्य मंत्री पद सौंपा गया था. कार्यकाल समाप्त होने पर उन्हें बाद में आप मानव संसाधन विकास मंत्रालय में युवा मामले तथा खेल, महिला एवं बाल विकास के प्रभारी मंत्री का दायित्व सौंपा गया. साल 1999 में लोक सभा के लिए निर्वाचित होने से पहले श्रीमती मार्ग्रेट आल्वा 1974 को निरंतर चार बार छः वर्ष की अवधि के लिए राज्य सभा के लिए निर्वाचित किया गया था. का निर्वाह किया। साल 1991 में अल्वा को कार्मिक, पेंशन, जन परिवेदना तथा प्रशासनिक सुधार (प्रधानमंत्री से सम्बद्ध) की केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया गया था. अपने कार्यकाल के समय में उन्होंने कुछ समय के लिए विज्ञान एवं तकनीकी मंत्री के रूप में भी सेवाएँ दीं।
मार्गरेट अल्वा का जन्म 14 अप्रैल को साल 1942 में मैंगलूर के पास्कल एम्ब्रोस नजारेथ और एलिजाबेथ नजारेथ के यहाँ हुआ था. वह चार राज्यों की राजयपाल रह चुकी हैं. बता दें, UPA की ओर से उपराष्ट्रपति चुनाव लड़ने जा रहीं माग्रेट अल्वा गुजरात, राजस्थान, उत्तराखंड और गोवा राज्यों की राज्यपाल रह चुकी हैं. मार्गरेट ने 6 अगस्त 2009 से 14 मई 2012 तक उत्तराखंड की पहली महिला राज्यपाल के रूप में पद संभाला. मार्गरेट भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की एक वरिष्ठ सदस्य और अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की आम सचिव भी हैं. उन्हें मर्सी रवि अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया है.