नई दिल्ली, Inkhabar। पीएम नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात का 100वां एपिसोड का लाइव प्रसारण किया। इस दौरान पीएम ने 100वें एपिसोड के लिए देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि एपिसोड से पहले मुझे बड़ी संख्या में पत्र मिले थे, जिनको पढ़कर में काफी ज्यादा भावुक हुआ, मन की बात अब […]
नई दिल्ली, Inkhabar। पीएम नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात का 100वां एपिसोड का लाइव प्रसारण किया। इस दौरान पीएम ने 100वें एपिसोड के लिए देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि एपिसोड से पहले मुझे बड़ी संख्या में पत्र मिले थे, जिनको पढ़कर में काफी ज्यादा भावुक हुआ, मन की बात अब एक पर्व बन गया है।
बता दें, इस कार्यक्रम को भारत समेत अमेरिका और ब्रिटेन के अलावा अन्य देशों में भी सुना गया है। इस दौरान लंदन के इंडिया हाउस में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और न्यू जर्सी से विदेश मंत्री एस. जयशकंर ने अमेरिका में रह रहे प्रवासी भारतीयों के साथ मन की बात को सुना। ऐसे में आज हम उन कारणों के बारे में बताने जा रहे है। जिन्होंने मन की बात को इतना ज्यादा खास और लोकप्रिय बना दिया है।
मन की बात कार्यक्रम की पहली खासियत ये है कि इसकी पहुंच देश के सभी क्षेत्रों तक है । भारत विभिन्न भाषाओं वाला देश है। ऐसे में इस कार्यक्रम को प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए उसकी भाषा के आधार पर ट्रांसलेट किया जाता है। चाहे सरकारी योजनाओं हो या स्वच्छ भारत मिशन इसके अलावा महिलाओं की सशक्तिकरण की बात हो मन की बात के जरिए सरलता से सभी लोगों तक पहुंच बन पाती है।
मन की बात में अक्सर उन लोगों का ज्रिक किया जाता है। जो देश की तरक्की में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे है। लेकिन लोग उनको जानते नहीं है। पीएम मोदी ने मन की बात में सुरेखा यादव जैसी महिला लोको पायलट का जिक्र किया है। जो देश के साथ ही एशिया की पहली लोको पायलट है। इसके अलावा कोरोना काल के दौरान अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली पूनम नौटियाल भी उन महिलाओं में है जिन्होंने कोरोना के दौरान जमीन पर रहते हुए काम किया था।
देश में किसी तरह की विपत्ति आई तो मन की बात के संवाद के जरिए लोगों को जागरुक किया गया। इसी का एक उदाहरण है कोरोना वायरस। कोरोना काल में पीएम मोदी ने कैसे इस बीमारी से लड़ना है इसकी जानकारी आम लोगों तक पहुंचाई इसके अलावा वैक्सीन को लेकर भी पहली जानकारी मन की बात के जरिए ही दी गई थी।