ममता मंत्रिमंडल में बड़ा बदलाव, बाबुल सुप्रियो समेत इन नेताओं को बनाया मंत्री

कोलकाता, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने अपनी कैबिनेट में बदलाव कर दिया है, जिसके तहत कुल 10 नए मंत्रियों को जगह मिली है. इसमें बाबुल सुप्रियो का नाम भी शामिल है, सुप्रियो को भी मंत्री बनाया गया है. गौरतलब है, ममता सरकार ने यह कैबिनेट फेरबदल ऐसे वक्त में किया है जब TMC […]

Advertisement
ममता मंत्रिमंडल में बड़ा बदलाव, बाबुल सुप्रियो समेत इन नेताओं को बनाया मंत्री

Aanchal Pandey

  • August 3, 2022 3:36 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

कोलकाता, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने अपनी कैबिनेट में बदलाव कर दिया है, जिसके तहत कुल 10 नए मंत्रियों को जगह मिली है. इसमें बाबुल सुप्रियो का नाम भी शामिल है, सुप्रियो को भी मंत्री बनाया गया है.

गौरतलब है, ममता सरकार ने यह कैबिनेट फेरबदल ऐसे वक्त में किया है जब TMC पार्टी मंत्री रहे पार्थ चैटर्जी की वजहों से घिरी हुई है. पार्थ और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी का नाम शिक्षक भर्ती घोटाले में आया है और दोनों ही इस वक्त ED हिरासत में हैं.

ईडी के एक्शन के बाद पार्थ चटर्जी को मंत्रीपद से हटा दिया गया था, इसके बाद उन्हें पार्टी से भी निकाल दिया गया था. इसके बाद ममता बनर्जी ने पहले ही इशारा दिया था कि वह अपने मंत्रिमंडल में कुछ नए चेहरों को शामिल कर सकती हैं. साल 2021 में सरकार बनाने के बाद ममता का यह पहला कैबिनेट बदलाव है.

ममता बनर्जी की कैबिनेट में किन लोगों को मिली जगह

1. बाबुल सुप्रियो
2. प्रदीब मजूमदार
3. उदयन गुहापार्थ भौमिकी
4. स्नेहाशीष चक्रवर्ती
6. पार्थ भौमिकीप्र

स्वतंत्र प्रभार मंत्री (MoS)
1. बीरबाहा हसदा
2. बिप्लब रॉय चौधरी

राज्यमंत्री
1. ताजमुल हुसैन
2. सत्यजीत बर्मन

पार्थ और अर्पिता के बैंक बैलेंस की जांच में जुटी ED

गौरतलब है कि पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी के बैंक खातों को लेकर भी ईडी बेहद सक्रिय है और छापेमारी के दौरान ईडी को बंधन बैंक की पासबुक और बंधन बैंक की चेक बुक मिली थी, जिसके बाद आज बंधन बैंक की दो वरिष्ठ अधिकारियों को ईडी ने समन करके ईडी दफ़्तर बुलाया है, जहां दोनों अधिकारी ईडी ऑफ़िस पहुंच गए हैं और पार्थ और अर्पिता के बैंक खातों और चेक बुक से लेन देन को लेकर ईडी उनसे पूछताछ कर रही है.

Taiwan vs China: स्पीकर पेलोसी के दौरे से क्यों बौखलाया ड्रैगन, चीन-ताइवान के बीच विवाद क्या है?

Advertisement