पटना। महाराष्ट्र के बाद अब बिहार में भी टूट हो सकती है, इसका दावा पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने किया है। सुशील मोदी ने कहा कि, महाराष्ट्र में शरद पवार की पार्टी एनसीपी के भीतर हुए विद्रोह का मुख्य कारण पटना में हुई बैठक है। जिसमें राहुल गांधी को पीएम पद के […]
पटना। महाराष्ट्र के बाद अब बिहार में भी टूट हो सकती है, इसका दावा पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने किया है। सुशील मोदी ने कहा कि, महाराष्ट्र में शरद पवार की पार्टी एनसीपी के भीतर हुए विद्रोह का मुख्य कारण पटना में हुई बैठक है। जिसमें राहुल गांधी को पीएम पद के तौर पर प्रोजेक्ट करने की जमीन तैयार की जा रही थी।
सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में भी महाराष्ट्र जैसी स्थिति बन सकती है। जिसके चलते नीतीश कुमार ने विधायकों से अलग-अलग मुलाकात करना भी शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि जेडीयू के विधायक और सांसद राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। इसके चलते पार्टी में काफी भगदड़ की आशंका है। आज से पहले कभी जेडीयू को बचाने का ऐसा संकट नहीं आया था, इससे पहले नीतीश कुमार ने पिछले 13 सालों में कभी विधायकों को अलग-अलग बुलाकर मीटिंग नहीं की थी। लेकिन अब वह हर विधायक से मुलाकात कर रहे हैं।
बता दें, 23 जून को पटना में विपक्ष की हुई महाबैठक के बाद से ही नीतीश कुमार अपनी पार्टी के विधायकों और सांसदों से अलग-अलग मुलाकात कर रहे हैं। वे जेडीयू विधायकों और सांसदों से वन-टू-वन मीटिंग कर रहे हैं। वहीं विधायकों के साथ हो रही मीटिंग को लेकर पार्टी की तरफ से कहा गया है कि सीएम नीतीश कुमार आने वाले चुनावों को लेकर अपने विधायकों से लोकसभा क्षेत्रों से फीडबैक ले रहे हैं।